आम उत्पादन में वृद्धि एवं संरक्षण के लिए सरकार गंभीर


उत्तर प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार, कृषि निर्यात राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीराम चैहान ने कहा कि आम उत्पादन में वृद्धि एवं उसके संरक्षण के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से गम्भीर है। सरकार ने आम उत्पादकों के हितार्थ अनेक योजनाएं संचालित की है। ताकि फलोंत्पादन क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ायी जा सके और मांग के अनुरूप उनकी आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहन देने एवं विभिन्न मदों पर अनुदान देने की भी सरकार ने व्यवस्था की है, किसानों और उद्यमियों को इसका लाभ उठाना चाहिए। 

श्री चैहान आज यहां औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्र मलिहाबाद द्वारा एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत मैंगों पैक हाउस, रहमानखेड़ा काकोरी में आम का गुणवत्ता युक्त उत्पादन, संरक्षित खेती एवं तुढ़ाई के उपरान्त प्रबन्धन विषयक दो दिवसीय राज्य स्तरीय आम संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर विषय विशेषज्ञों का आह्वाहन किया कि गुणवत्ता युक्त फलोत्पादन में वृद्धि एवं उनके संरक्षण के संबंध में आम उत्पादकों को नवीनतम एवं आधुनिक तकनीक की जानकारी प्रदान करे। साथ ही पौधें कों संरक्षित करने और रोगों से बचाव के बारे में भी किसानों को व्यापक रूप से अवगत कराये जिससे वे बेहतर फलों का उत्पादन कर सके और अपनी आय में भी वृद्धि कर सके। 

उद्यान राज्य मंत्री ने कहा कि किसानों के विकास से ही प्रदेश और देश का विकास संभव है। किसानों का जीवन हर हाल में खुशहाल बनाने के लिए राज्य सरकार सतत् प्रयत्नशील हैै। इसके लिए सरकार ने अनेक प्रभावी कदम उठाये है उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं और कठिनाइयों के निराकरण के लिए भी पूरी तरह संवदेनशील है। अब वैज्ञानिक और तकनीकि विशेषज्ञ किसानों तथा फल उत्पादकों के द्वार तक जा रहे है और उन्हें उनकी उपज को बेहतर बनाने के संबंध में जानकारी भी प्रदान कर रहे है। उन्होंने कहा कि इस संगोष्ठी में वैज्ञानिकों एवं विषय-विशेषज्ञों द्वारा किसानों को खेती की विभिन्न तकनीकि जानकारी दी जायेगी जो उनकों फसल और फलोत्पादन में काफी सहायक होगी। 

श्री चैहान ने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री तथा मा0 मुख्यमंत्री जी की मंशा है कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो। किसानों को खाली जमीनों को उपजाऊ बनाकर उसमें बागवानी और खेती करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों और फलोत्पादकों की आमदनी दोगुनी करने हेतु सरकार सतत् संकल्पित है।

राज्य मंत्री ने बागवानी क्षेत्र में महिलाओं की अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित करने पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि सरकार महिला किसानों को इस ओर विशेष रूप से प्रोत्साहित कर रही है, जिससे वे भी बागवानी कार्य में रूचि लेकर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सके। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार और उनका विभाग महिलाओं को भी हर संभव सहयोग प्रदान करने के प्रति गंभीर है। 

श्री चैहान ने कहा कि औद्यानिक खेती में फल, साग, सब्जियां, फूल तथा जड़ी-बूटियों की खेती करने से अधिक पैदावार होती है इनकी मांग भी बाजार में आज बहुत अधिक है इसीलिए सरकार ने बागवानी कार्यक्रम को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे रासायनिक उर्वरकों के स्थान पर जैविक खेती को बढ़ावा देने में रूचि ले। उन्होंने कहा कि रासायनिक खेती हमारे स्वास्थ्य पर कुप्रभाव डालती है तथा इससे बचने के लिए जैविक खेती की आज महती आवश्यकता है। 

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ब्राह्मण वंशावली

मिर्च की फसल में पत्ती मरोड़ रोग व निदान

ब्रिटिश काल में भारत में किसानों की दशा