अब पैदा होगा टेस्ट ट्यूब आलू


आपको शायद विश्वास न आए, लेकिन अब शीघ्र ही ऐसे आलू बाजार में उपलब्ध होंगे, जिनमें किसी तरह का कोई रोग नहीं होगा। यह आलू आकार में भी एक जैसा होगा। इस सपने को थापर विश्वविद्यालय के एक शोध ने सफल किया है। विश्वविद्यालय ने क्लोन से संक्रमण रहित आलू पैदा किए हैं। इन क्लोन को टेस्ट ट्यूब के माध्यम से प्रयोगशाला में तैयार किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय के टाइसेक कोर के प्रमुख  ने बताया कि आमतौर पर किसानों को आलू की खेती करने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या का समाधान करने के लिए आलू का क्लोन तैयार करने की योजना बनाई गई। आलू का क्लोन टेस्ट ट्यूब में एक विशेष प्रयोगशाला में तैयार किया जाता है। क्लोन को तैयार करने में करीब तीन से चार माह का समय लग जाता है।
क्लोन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि जब भी नए आलू की पैदावार की जाती है तो सभी आलू संक्रमण रहित पैदा होते हैं। इनमें कोई भी रोग नहीं होता है। इस क्लोन से एक जैसे लाखों या करोड़ों आलू एक ही बार में पैदा किए जा सकते हैं।
110 दिन में होगा तैयार
उनके  के अनुसार, क्लोन से तैयार किए गए आलू बड़ी-बड़ी कंपनियों के लिए बेहद लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं। चिप्स बनाने वाली कंपनियों को एक ही जैसे और बड़ी संख्या में आलू चाहिए होते हैं। क्लोन के चलते आलू की खेती करने में आसानी हो जाएगी। इस आलू की खेती 110 दिन में तैयार हो जाती है। क्लोन को अक्टूबर से पहले तैयार किया जाना जरूरी होता है, ताकि इसकी नवंबर में बुआई की जा सके। इन दिनों विश्वविद्यालय में इसकी खेती की जा रही है।


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