प्रदेश में खुलेंगे 14 और नए मेडिकल कॉलेज



 उत्तर प्रदेश के वित्त, संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि प्रदेश की जनता को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग कृत संकल्प है।प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में विगत 3 वर्षों में चरणबद्ध तरीके से अनेक सुधार करते हुए प्रदेश के चिकित्सा विश्वविद्यालयों, संस्थानों एवं महाविद्यालयों को बेहतर करते हुए गतिशील बनाने के साथ-साथ नागरिकों को गुणवत्तापरक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने एवं आधारभूत ढांचे को जनोपयोगी बनाने में सफलता प्राप्त हुई है।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2017 से सरकारी क्षेत्र के अंतर्गत 5 नए मेडिकल कॉलेजों को क्रियाशील किया गया है। 9 मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिसमें शैक्षणिक वर्ष 2021-22 से एमबीबीएस पाठ्यक्रम प्रारंभ किया जाना लक्षित है। इसके साथ ही 14 और नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की स्वीकृति प्रदान की गई है।
श्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि प्रदेश में केंद्र सहायतित योजना के अंतर्गत प्रथम चरण में 5 जिला चिकित्सालयों -अयोध्या, बहराइच, बस्ती, फिरोजाबाद एवं शाहजहांपुर को उच्चीकृत कर स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित कर दिया गया है तथा शैक्षणिक सत्र 2019-20 में प्रत्येक कॉलेज में एमबीबीएस पाठ्यक्रम के अंतर्गत 100 छात्रों सहित कुल 500 छात्रों का प्रवेश कर पठन-पाठन कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। केंद्र सहायतित योजना के अंतर्गत द्वितीय चरण में 8 जिला चिकित्सालयों -एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, सिद्धार्थ नगर, देवरिया, गाजीपुर एवं मिर्जापुर को उच्चीकृत  कर स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है। प्रत्येक कॉलेज में सौ एमबीबीएस छात्रों का प्रवेश प्रस्तावित है । यह सभी मेडिकल कॉलेज शैक्षणिक सत्र 2021- 22 से क्रियाशील होंगे। उन्होंने बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेज जौनपुर निर्माणाधीन है। यह मेडिकल कॉलेज 100 सीटों के साथ 2021- 22 में क्रियाशील किया जाना लक्षित है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि तृतीय चरण में प्रदेश में 14 जिला चिकित्सालयध्रेफरल अस्पताल क्रमशः चंदौली, सोनभद्र, सुल्तानपुर, गोंडा, कानपुर देहात, कौशांबी, लखीमपुर खीरी, बुलंदशहर, पीलीभीत, ललितपुर, औरैया, बिजनौर, कुशीनगर एवं अमेठी को उच्चीकृत कर मेडिकल कॉलेज के रूप में स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 तक प्रदेश में मात्र 15 जिलों में राजकीय मेडिकल कॉलेजध्संस्थान संचालित थे।जबकि वर्तमान समय में प्रदेश के 45 जिलों में मेडिकल कॉलेज संस्थान संचालित हो रहे हैं। वर्ष 2017 से निजी क्षेत्र के अंतर्गत भी 4 नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की गई है।
श्री खन्ना ने बताया कि प्रदेश के दो मेडिकल कॉलेजों राजकीय मेडिकल कॉलेज बदायूं एवं राजकीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा में शैक्षणिक सत्र 2019 20 में एमबीबीएस पाठ्यक्रम के अंतर्गत 200 छात्रों का प्रवेश कर पठन-पाठन प्रारंभ कर दिया गया है। इस प्रकार शैक्षणिक सत्र 2019-20 में कुल 700 एमबीबीएस सीटों की वृद्धि हुई है। यह पूरे भारतवर्ष में किसी राज्य में सर्वाधिक एमबीबीएस सीटों की वृद्धि है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 से राजकीय मेडिकल कॉलेजों में 938 एमबीबीएस सीटों तथा 127 पीजी सीटों की वृद्धि हुई है तथा निजी क्षेत्र में 1550 यूजीसी तथा पीजी एंड डिप्लोमा में 461 सीटों की वृद्धि हुई है

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