पहले बिल भरो,बिजली कनेक्शन बाद में
उत्तर प्रदेश में विचित्र किंतु सत्य-''बिजली कनेक्शन बाद में, पहले बिल भरो'',सौभाग्य योजना लाई दुर्भाग्य- बिजली तो आई नहीं, बिल आ गया। गांव वालों को सिर्फ कागजों पर ही बिजली कनेक्शन दिया गया है,असल में नहीं,'उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड' का दावा है कि राज्य के 51.05 लाख घरों को 'सौभाग्य योजना के तहत' बिजली कनेक्शन दिया गया. लेकिन कई जगह सिर्फ कागजों पर ही बिजली कनेक्शन दिया गया है. आज तक इन गांव में बिजली का तार नहीं आया है, लेकिन बिजली का बिल जरूर दिखा दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के बैनर तले मऊरानी तहसील क्षेत्र में हुई किसान पंचायत के दौरान मतवाना और ककवारा के सिद्धपुरा गांव के रहने वाले लोग अपने हाथों में बिजली मीटर ले कर पहुंचे. उनकी शिकायत थी कि 2019 में सरकार की 'सौभाग्य योजना' के तहत उन्हें बिजली कनेक्शन की रसीद के साथ हाथों में बिजली मीटर थमा दिए गए. जबकि गांव में बिजली आना तो दूर आज तक गांव में इलेक्ट्रिक पोल तक नहीं लगे. बावजूद इसके अब बिजली विभाग ने गांव के लोगों को बिजली बिल दिखा दिया है।ये है झांसी के मऊरानीपुर तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत विजरवारा के रहने वाले रामस की दर्द।