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हरियाणा में सात लाख बाल चोरी

फरीदाबाद में इंसान के सिर के बाल चोरी... घर में घुसकर चोरों ने दिया वारदात को अंजाम, घटना CCTV में कैद हरियाणा के फरीदाबाद में अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां लाखों रुपये कीमत के सामान की चोरी की गई. यह सामान कोई कीमती धातु, जेवरात या कोई और चीज नहीं, बल्कि इंसान के सिर के बाल थे.फिलहाल पुलिस ने शिकायत मिलने पर मामला दर्ज कर लिया है. इस घटना को लेकर पुलिस के हाथ सीसीटीवी फुटेज भी लगा है, जिसमें दो आरोपी बालों को चुराकर ले जाते नजर आ रहे हैं. जानकारी के अनुसार, फरीदाबाद से सेक्टर 17 थाना इलाके में रहने वाले रंजीत मंडल नाम के व्यक्ति ने मामले की शिकायत पुलिस से की. शिकायत में रंजीत ने कहा कि वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल के नदिया जिले का रहने वाला है. पिछले काफी समय से वह फरीदाबाद के सेक्टर 16 इलाके के तहत गांव दौलताबाद में किराए पर रह रहा है. यहां वह इंसान के बालों का व्यापार करता है. शिकायत में रंजीत ने कहा कि 14 जनवरी को उसने 5 हजार रुपये प्रति किलो की कीमत से करीब 150 किलो बाल खरीदे थे. यह बाल अपने घर में ही रखे थे. इन्हीं बालों में उसने अपने 2 लाख 13 हजार रुपये भी छिपाकर रखे थे. पी...

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना को 2025-26 तक मंजूरी

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने आज 2021-22 से लेकर 2025-26 तक कुल 69 , 515.71 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना को 2025-26 तक जारी रखने की मंजूरी दे दी। इस निर्णय से 2025-26 तक देश भर के किसानों को नहीं रोके जा सकने योग्य प्राकृतिक आपदाओं से फसलों के जोखिम कवरेज में मदद मिलेगी। इसके अलावा ,  इस योजना के कार्यान्वयन में बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी के समावेश, जिससे  बेहतर पारदर्शिता और दावों की गणना एवं निपटारे में आसानी सुनिश्चित होती है, हेतु   केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 824.77 करोड़ रुपये की निधि के साथ नवाचार और प्रौद्योगिकी (एफआईएटी) के लिए फंड के निर्माण को भी मंजूरी दी है। इस फंड का उपयोग इस योजना के तहत यस-टेक ,  विंड्स आदि जैसे तकनीकी पहलों के साथ-साथ अनुसंधान एवं विकास संबंधी अध्ययनों के वित्तपोषण के लिए किया जाएगा। प्रौद्योगिकी का उपयोग करने वाली उपज अनुमान प्रणाली (यस-टेक )  प्रौद्योगिकी आधारित उपज अनुमानों के लिए न्यूनतम 30 प्रतिशत की भारिता (वेटेज) क...

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के 150 वर्ष पूरे

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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ( IMD)  के  150  वर्ष पूरे होने पर: मौसम पूर्वानुमान से लेकर प्रबंधन तक - भारत ने एक लंबा सफर तय किया है डॉ. पी.एस. गोयल भारत सरकार के पूर्व सचिव  पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय जुलाई  2006  में ,  जब पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय अस्तित्व में आया ,  तो भारत पृथ्वी प्रणाली विज्ञान के लिए समर्पित मंत्रालय रखने वाला पहला देश था। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय को देश में पृथ्वी प्रणाली विज्ञान से संबंधित ज्ञान उत्पन्न करने और सेवाएँ प्रदान करने का कार्य सौंपा गया था: मौसम ,  जलवायु ,  महासागर और तटीय स्थिति ,  जल विज्ञान ,  भूकंप विज्ञान और प्राकृतिक खतरे ;  समुद्री सजीव और निर्जीव संसाधन ;  और पृथ्वी के ध्रुवों (आर्कटिक ,  अंटार्कटिक और हिमालय) के लिए सार्वजनिक लाभ के लिए। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राष्ट्रपति की अधिसूचना के माध्यम से महासागर विकास विभाग को पुनर्गठित करके बनाया गया था। प्रोफेसर रोधम नरसिम्हा द्वारा समुद्र और वायुमंडल को एक युग्मित प्रणाली के रूप में मानने और ठोस पृथ्वी और क्राय...

11,700 वर्ष पहले हुई थी खेती की शुरुआत

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कृषि और पशु पालन एक प्राचीन प्रथा है जो 11,700 साल पहले शुरू हुई थी। दुनिया भर में 600 मिलियन से अधिक किसानों के समर्पण की बदौलत हम हर दिन ताज़े फलों, सब्जियों और अनाज से स्वादिष्ट और स्वस्थ भोजन का आनंद ले पाते हैं। यह सिर्फ़ खेती नहीं है, यह हमारे अस्तित्व की नींव है। कृषि खाद्य संसाधनों का उत्पादन करने का कौशल है जो हमें स्वस्थ रखते हैं और हमें जीवित रहने में मदद करते हैं। चीन, भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देश गेहूं, चावल और कपास जैसे प्रमुख कृषि उत्पादों के अग्रणी उत्पादकों में से हैं।  बहुत समय पहले, हमारे मानव पूर्वज सिर्फ़ शिकारी और संग्राहक थे। वे खेती नहीं करते थे, बल्कि जानवरों का शिकार करते थे और खाने के लिए फल और पौधे इकट्ठा करते थे। लगभग 11,000 साल पहले, लोगों ने जिज्ञासावष ज़मीन में कुछ बीज बो दिया और पौधे उग आये। अब लोगों ने यह क्रिया और विस्तृत क्षेत्र में दोहराया तो ओर अधिक उपज मिली। उस उपज को लोगों कच्चा और बाद में पका कर खाया तो वह क्षुधा षांत करने में सहायक प्रतीत और यहीं से खेती की षुरुआत हो गई। जैसे-जैसे समय बीतता गया, खेती ज़्यादा संगठित होती गई। लोग एक ही...

उत्तर प्रदेश बनेगा देश का एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनामी वाला प्रथम प्रदेश

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  उत्तर प्रदेश रोलर फ्लोर मिलर्स एसोसिएशन की 61 वी वार्षिक साधारण सभा का आयोजन आज लखनऊ के ताज होटल में किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री माननीय श्री सुरेश खन्ना जी व विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह मौजूद रहे, बैठक में पूरे उत्तर प्रदेश के लगभग 200 से ज्यादा रोलर फ्लोर मिल के उद्यमियों ने प्रतिभाग किया। बैठक में मुख्य अतिथि वित्त मंत्री माननीय श्री सुरेश खन्ना जी ने कहा कि प्रदेश की सरकार हमारे यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उद्यमियों के विकास व उद्योग जगत के निरंतर बेहतरी के लिए कार्य कर रही, जिसका परिणाम अब हमें जमीन पर स्पष्ट रूप से देखने को मिल रहा है। आज अपने उत्तर प्रदेश में नित नई औद्योगिक इकाइयां स्थापित हो रही है, जिससे न केवल अपना उत्तर प्रदेश विकास के मार्ग पर तीव्र गति से बढ़ रहा है। अपितु किसानों को उनकी ऊपज का उचित मूल्य भी प्राप्त हो रहा है साथ ही रोज़गार के अनेक नए अवसर भी सृजित हो रहे हैं। वो दिन दूर नहीं जब हमारा उत्तर प्रदेश देश में एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनामी वाला प्रथम प्र...

मानव से महगां कुत्तों का खून

 कुत्तों का खून निकालकर बेचने वाला गिरोह सक्रिय*,सांसद मेनका गांधी के हस्तक्षेप के बाद मुकदमा पीपुल्स फार एनीमल की टीम ने एक युवक को रंगे हाथों पकड़ा,5 से 10 हजार रुपए में बेचा जाता है खून,बरेली के शहर कोतवाली में मुकदमा हुआ दर्ज।