22 करोड़ वृक्षारोपण का लक्ष्य


प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के अनुरूप प्रदेश में 22 करोड़ वृक्षारोपण के क्रम में उद्यान विभाग को एक करोड़ पौधे रोपित किए जाने का लक्ष्य दिया गया है। उद्यान विभाग द्वारा इस लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभागीय राजकीय प्रक्षेत्र, पौधशाला, सार्वजनिक उद्यान, नवग्रह वाटिका, कार्यालय परिसर की खाली भूमि, कृषकों की निजी भूमि, गौवंश शेल्टर की भूमि, सामुदायिक भूमि, शिक्षणसंस्थान की भूमि का उपयोग करने के साथ ही नक्षत्र वाटिका की भी स्थापना की जा रही है। 
यह जानकारी निदेशक उद्यान डा0 एस0बी0 शर्मा ने आज यहां देते हुए बताया कि एकीकृत बागवानी विकास राष्ट्रीय कृषि विकास योजना एवं मनरेगा योजना के अधीन मुख्यमंत्री फलोद्यान योजनान्तर्गत चयनित लाभार्थियों के यहां रोपण कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त वृक्षारोपण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री कृषक सम्मान निधि में पंजीकृत होने वाले लगभग सभी किसानों को कम से कम 5 एवं अधिकतम 10 पौधे उपलब्ध कराये जा रहे हैं।



डा0 शर्मा ने कहा कि पर्यावरणीय संतुलन बनाये रखने के लिये यह आवश्यक है कि प्रदेश का अधिक से अधिक भू-भाग हरा-भरा हो। वनों एवं वृक्षों से निरन्तर लाभ प्राप्त करने के लिये आवश्यक है कि राष्ट्रीय वन नीति एवं राज्य वन नीति-2017 के अनुसार प्रदेश का एक तिहाई भू-भाग वृक्षाच्छादित हो। इस उद्देश्य को पूरा किये जाने हेतु मुख्यमंत्री जी द्वारा यह अपेक्षा की गयी है कि वृक्षारोपण कार्यक्रम को जन आन्दोलन का रूप देते हुए सबकी सहभागिता सुनिश्चित की जाये। 
उद्यान निदेशक ने बताया कि उद्यान विभाग की पौधशालाओं में उपलब्ध फलदार पौधे विभागीय दरों पर तथा वनीय पौधों को निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश मे वर्ष2019-20 में कराये जा रहे समस्त वृक्षारोपण कार्यक्रम को जनआन्दोलन के रूप में क्रियान्वित करने हेतु कृषकों का सहयोग लिया जाना आवश्यक है। पौधों के रोपण सेपर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ कृषकों की आय में भी वृद्धि की जा सकेगी।उन्होंने कहा कि कृषको को निःशुल्क पौधे उपलब्ध कराये जाने से वृक्षारोपण कार्यक्रम में उनकी सहभागिता सुनिश्चित हो सकेगी।


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