किसान मेले में किसानो को हुआ एक करोड़ रुपये से अधिक अनुदान वितरित
सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन योजना वर्ष 2019-20 के अन्तर्गत दो दिवसीय किसान मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन निराला उद्यान परिसर, उन्नाव में किया गया। किसान मेला का शुभारंभ माननीय सांसद आचार्य महामण्डलेष्वर डॉ0 स्वामी साक्षीजी महाराज ने दीप प्रज्जवलित कर किया। मुख्य अतिथि द्वारा मेले में 1 करोड़ 84 लाख के कृषि यन्त्र, सोलर पम्प, टै्रक्टर आदि का वितरण किया गया।
सभी यन्त्रों पर 1 करोड़ 01 लाख का अनुदान सरकार की योजनाओं से अनुमन्य है। किसान मेला में जिलाधिकारी डा0 देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रेम रंजन सिंह, ब्लाक प्रमुख नवाबगंज श्री अरूण कुमार सिंह, उप कृषि निदेशक, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता सिंचाई , नलकूप, विद्युत, सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई, अग्रणी जिला प्रबन्धक, जिला कृषि अधिकारी, सहायक निबन्धक सहकारिता, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, जिला कृशि रक्षा अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी(ऊ0) व सम्बन्धित विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी व भारी संख्या में किसान उपस्थित रहें। किसानों ने मेला में लगायी गयी प्रदर्षनी का अवलोकन किया और अपने उपयोग के कृशि यन्त्र, स्प्रेयर मशीन, स्प्रिंकलर सेट आदि अनुदान पर खरीदे। देव जादूगर द्वारा किसानों को अपनी आमदनी को दोगुना करने के लिये खेती-किसानी के साथ अन्य व्यवसाय करने का प्रदर्शनी जादू के माध्यम से किया गया। ब्लाक प्रमुख नवाबगंज ने कृषकों को कृषि विभाग से जुड़कर योजनाओं का लाभ लेने को कहा। माननीय सांसद ने कृषकों कों सम्बोधन करते हुये कहा कि किसान हमारे लिये भगवान है यह हमारे अन्नदाता है इनकी समृद्धि और इनकी आय को दोगुना करने के लिये हमारी केन्द्र और राज्य की सरकारें और हमारे अधिकारीगण हमेशा चिन्तन करते रहते है और नई-नई योजनायें लाकर लाभान्वित करते है।
यदि हमारे देश के किसान इतनी अधिक मात्रा में अन्न उत्पादन न करें तो पूरा विश्व भूखा रह जायेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार और प्रदेश सरकार ने किसानों की आमदनी को दोगुना करने का जो संकल्प लिया था उसी के क्रम में किसानों की लागत कम करने के लिये अनेकों योजनायें चलायी जा रही है , जिसके माध्यम से 40 प्रतिशत से लेकर 90 प्रतिशत तक अनुदान पर खेती-किसानी में उपयुक्त आने वाले कृशि यन्त्र, सिंचाई यन्त्र, बीज , उर्वरक, आदि उपलब्ध कराये जा रहें है। किसान भाईयों की खेती में उत्पादन बढ़ाने के लिये राजस्व स्तर से लेकर जनपद और न्याय पंचायत स्तर तक किसान मेला, गोष्ठी व किसान पाठशालाओं का आयोजन कर , तकनीकी वैज्ञानिक जानकारी दी जा रही है और उन्नतशील प्रजाति, बीज दिये जा रहें है। सरकार ने किसान भाईयों को अपनी उपज लागत का 1.50 गुना सर्मथन मूल्य निर्धारित किया है, जिसके तहत किसानों के बीज खरीदने के 72 घंटे के अन्दर उनके खाते में भुगतान किया जायेगा, उन्होंने सभी किसान भाईयों को कृषि विभाग से जुड़कर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग विगत वर्षों की भांति किसानों को योजनाओं का लाभ देने के लिये सराहनीय ढंग से कार्य कर रहा है। अन्य विभागों को भी इसी तरह से क्रियान्वयन जनमानस की सहभागिता से करना चाहिये। जिलाधिकारी ने किसान मेला में सम्बोधन करते हुये कहा कि जनपद में रबी में 2079.118 हे0 क्षेत्रफल में फसल आच्छादन किया जायेगा, जिसके लिये जनपद में पर्याप्त मात्रा में बीज और उर्वरक की व्यवस्था कर ली गयी है, उन्होंने किसानों को जैविक खेती और जीरो बजट खेती अपनाने की सलाह दी, उन्होंने कहा इससे जहां एक ओर मानव, पशु -पक्षी स्वस्थ्य रहते है वहीं दूसरी ओर मृदा, जल और पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है। उन्होंने किसानों को एकीकृत फसल प्रणाली के अन्तर्गत कृषि, पशुपालन, बागवानी, मत्स्य पालन, करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सभी किसानों को भूमिहीन किसानों को , मछली पालन, पशुपालन, बागवानी करने वाले किसानों को भी बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिये निर्देश निर्गत कर दिये गये है, जिससे किसान भाई लाभ पाये। उप कृशि निदेषक, उन्नाव ने अवगत कराया कि पहले आओ-पहले पाओ के सिद्धान्त पर किसान भाईयों को 40 प्रतिषत से 100 प्रतिषत तक अनुदान पर कृशि यन्त्र, बीज, वर्मी कम्पोस्ट, सोलर पम्प, क्लस्टर प्रदर्शन, खण्ड प्रदर्शन , फार्म स्कूल, स्प्रिंकलर सेट, के कार्यक्रम में अनुदान दिया जा रहा है। सभी किसान भाई राजकीय कृषि बीज भण्डार पर जाकर अपना पंजीकरण कराके योजनाओं से लाभ प्राप्त कर सकते है। कृषि विश्वविद्यालय कानपुर के वैज्ञानिक डा0 एस0पी0 त्यागी ने किसान भाईयों को पशु पालन, चारा उत्पादन और बिमारियों से बचाव के लिये जानकार दी और डा0 महक सिंह ने तिलहनी फसलों के खेती की जानकारी दी और डा0 रामाधर ने खरीफ फसलों की सुरक्षा और रबी फसलों में गेंहॅू और चना की फसलों की तकनीकी जानकादी दी। जनपद के किसान डा0 चन्द्र पाल एवं जनपद औरैया से आये हुये किसान राधाकान्त चौबे ने जीरो बजट खेती एवं जैविक खेती के बार में विस्तृत चर्चा की।