किसानों ने सीखा नहरों के कुलाबों पर फसलोत्पादन की तकनीक

जल शक्ति विभाग के अन्तर्गत कार्यरत सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की विश्व बैंक पोषित परियोजना यू0पी0डब्ल्यू0एस0आर0पी0 के तहत परियोजना के घटक 'डी' कृषि विभाग एवं विश्व खाद्य संगठन (एफ0ओ0) के सहयोग से कुलाबा स्तरपर किसान सिंचाई विद्यालय संचालित किए जा रहें हैं। यह जानकारी देते हुए मुख्य अभियन्ता, पैक्ट श्री ए0के0 संेगर ने बताया कि परियोजना के जनपदों में इस कार्यक्रम के अन्तर्गत अब तक 2982 सिंचाई विद्यालय स्थापित किए जा चुके हैं तथा 1018 सिंचाई विद्यालय स्थापित करने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है।



श्री सेंगर ने बताया कि इन विद्यालयों में एक वर्ष में 40 सत्र आयोजित कर कुलाबा क्षेत्र के किसानों को कम जल से अधिक फसल उत्पादन के वैज्ञानिक तरीके विशेषज्ञों द्वारा बताये जातें हैं। इस प्रशिक्षण में विशेषज्ञ किसानों को व्यवहारिक ज्ञान देने के लिए उनके खेतों में उन्नत फसल उत्पादन विधि का प्रदर्शन आयोजित कराते हैं तथा प्रगतिशील किसानों को अनुभव साझा करने के लिए किसान गोश्ठियाॅं एवं शैक्षणिक भ्रमण भी आयोजित कराते हैं। उन्होंने बताया एक सिंचाई विद्यालय में उस कुलाबा के 30 कृषकों को सम्मिलित किया जाता है। इन प्रशिक्षणों में महिला कृषकों की भी सहभागिता सुनिश्चित की जाती है।
मुख्य अभियन्ता, पैक्ट ने यह भी बताया कि प्रशिक्षण सत्र एक वर्ष के समयावधि के होते हैं। इनमें रबी और खरीफ फसल चक्रों के अनुसार पाठयक्रम निर्धारित किए जाते हैं। इन प्रशिक्षणों की रूपरेखा एवं संचालन टीम लीडर एफ0ए0ओ0 डाॅ0 एस0पी0 सिंह के मार्गदर्शन में द्वारा कृषि विभाग एवं पैक्ट के विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार कर संचालित की जाती है। टीम लीडर एफ0ओ0 डाॅ0 एस0पी0 सिंह के अनुसार अब तक इन विद्यालयों के द्वारा लगभग 89460 किसानों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।


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