इस वर्ष रबी में 76975.22 करोड़ रु0 फसली ऋण का लक्ष्य


भारत एक कृषि प्रधान देश है किसान को खेत में बीज बोने से लेकर बाजार में बेचने तक आर्थिक सहायता की जरूरत होती है। किसान जब खेती करने के सीजन में फसल बोने की तैयारी करता है तब उसके सामने खेत की जुताई, बीज, खाद, कीटनाशक, कृषि उपकरण, सिंचाई आदि के लिए रूपयों की जरूरत पड़ती है। ऐसी स्थिति में किसान को सूद पर या अधिक ब्याज पर रूपया उधार लेना पड़ता था। उधार रूपया लेने पर यदि किसान की फसल किसी दैवीय या अन्य कारण से खराब हुई और पैसा न चुका पाया तो किसान की आर्थिक स्थिति अत्यन्त खराब होती चली जाती है। अगली फसल बोने के लिए उसके सामने आर्थिक संकट आ जाता था।

किसानों की इन समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए भारत सरकार ने किसानों के सहायतार्थ किसान क्रेडिट कार्ड योजना संचालित की है, जिससे देश के करोड़ों किसान लाभान्वित हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को कृषि कार्यों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड अभियान चलाकर बड़े ही सरल तरीके से दे रही है। किसानों के लिए संचालित इस योजना में उन्हें आसानी से ऋण उपलब्ध कराया जाता है। किसान अपनी खेती की जमीन, या बटाई व किसी अन्य तरीके से कृषि उत्पादन से जुड़ा है, उसे खेत व फसल के हिसाब से निर्धारित धनराशि तक के लिए किसान क्रेडिट कार्ड मिलता है। किसान क्रेडिट कार्ड से वह कृषि सम्बंधी आवश्यकताओं के लिए बैंक से कम ब्याज में ऋण लेकर फसल की पैदावार कर सकता है।

किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने के लिए कोई भी किसान ऑनलाइन आवेदन कर अपने नजदीकी संबंधित बैंक से ले सकता है। आवेदन करते समय उसे पहचान प्रमाण पत्र आधार कार्ड, वोटर आई0डी0 कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैनकार्ड आदि निवास पते का प्रमाण, फोटो, फसल भूमि के दस्तावेज, लिमिट से ज्यादा ऋण लेने की दशा में बैंक के पास गिरवी रखने हेतु अभिलेख की जरूरत पड़ती है। किसान अपने नजदीकी बैंक में जाकर समस्त औपचारिकता पूर्ण कर के0सी0सी0 ले सकते हैं। खरीफ व रबी फसल या दोनों फसलों के लिए एक साथ किसान क्रेडिट कार्ड लिया जा सकता है। क्रेडिट लिमिट/ऋण जमीन के आकार, जमीन की कीमत और प्रस्तावित फसल/पैदावार के अनुसार दी जाती है। किसान क्रेडिट कार्ड से किसानों को बहुत फायदे हो रहे हैं। इससे किसान अपनी कृषि संबंधी समस्त उपकरण, बीज, खाद, जुताई, बुआई, सिंचाई, कटाई, मड़ाई सहित मण्डी में फसल बेचने तक की आवश्यकताओं की पूर्ति करते हुए अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर रहे हैं।

उ0प्र0 सरकार किसानों को फसल उत्पादन के लिए हर स्तर पर मदद कर रही है। सरकार किसानों को गुणवत्तापूर्ण व अनुदान पर बीज, उर्वरक, कृषि रसायन सहित अनुदान पर कृषि यंत्र दे रही है। प्रदेश सरकार ने इस वर्ष खरीफ सीजन में 38298.17 करोड़ रु0 का फसली ऋण किसानों को दिया था और रबी सीजन में 76975.22 करोड़ रु0 लक्ष्य के विपरीत अक्टूबर, 2019 तक 4761.74 करोड़ रु0 वितरित किया है। फसली ऋण वितरण लगातार चल रहा है। उसी तरह प्रदेश में इस वर्ष 44.32 लाख किसान क्रेडिट कार्ड लक्ष्य के सापेक्ष अक्टूबर, 2019 तक लगभग 30 लाख किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड का वितरण किया जा चुका है। प्रदेश के किसानों के लिए के0सी0सी0 वरदान साबित हुई है।

 

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