39 बांधों का सर्वेक्षण होगा केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार


      जलशक्ति मंत्रालय भारत सरकार नयी दिल्ली के विश्व बैंक वित्त पोषित डैम रिहैबिलीटेशन एण्ड इम्प्रूवमेन्ट प्रोजेक्ट-2 (डीआरआईपी-2) के अतंर्गत उत्तर प्रदेश के नियंत्रणाधीन सिंचाई विभाग के 39 बांधों की मरम्मत एवं रखरखाव के लिए 1248.60 करोड़ रुपये की सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान करते हुए सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा डैम सेफ्टी रिब्यू
पैनल गठित कर दी गई है। यह जानकारी प्रमुख अभियन्ता परियोजना श्री विनोद कुमार निरंजन ने देते हुए बताया कि बांधों के पुनस्र्थापना की परियोजना दो चरणों में लागू की जायेगी। इसकी कुल समयावधि 10 वर्ष होगी। पहले चरण में नामित पैनल द्वारा सभी बड़े बांधों का केन्द्रीय जल आयोग द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार निरीक्षण कर बांध सुरक्षा से संबंधित विस्तार से रिपोर्ट प्रस्तुत की जायेगी, जिसमें बांधों की मौजूदा स्थिति एवं किसी प्रकार की प्रतिकूलता पाये जाने पर उसके उपचार का सुझाव दिया जायेगा। श्री निरंजन ने बताया कि बांधों की जांच एवं रखरखाव केे लिए उ0प्र0 में पहली बार बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है। इसके तहत प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिए भी बांधों को जरूरत के मुताबिक मजबूती प्रदान की जायेगी। उन्होंने बताया कि नामित पैनल सर्वेक्षण करके यह पता लगायेगी कि पहले चरण में किन-किन बांधों की पुनस्र्थापना की आवश्यकता है उसके मुताबिक सुझाव देगी। जिन 39 बांधों का सर्वेक्षण किया जायेगा उनमें सिरसी, अड़वा, बरवाटा बंधी, सुखरा, जिरगो, अहिरौरा, डोगिया, ढेकवा, करगारा बंधी, मूर्तिया बंधी, नगवा, अपर खजूरी, लोअर खजूरी पिकअप वायर, जमथुआ बंधी, सिलहट पिकअप वायर, धंधरौली, रेक्सहवा बंधी, यह सब बांध मुख्य अभियन्ता सोन वाराणसी केअंतर्गत आते हैं। इसी प्रकार मुख्य अभियन्ता सरयू परियोजना-2 गोण्डा के अधीन जो बांध स्थित हैं- कोहरागड्डी, मझगवां, भगवानपुर, बघेलखण्ड, चित्तूगढ़ शामिल हैं। इसी प्रकार मुख्य अभियन्ता शारदा बरेली के अधीन शारदा सागर डैम, बेगुल डैम तथा धौरा डैम आते हैं। मुख्य अभियन्ता बेतवा परियोजना झांसी के अंतर्गत मौदहा डैम, दीन दयाल उपाध्याय, पथराई, चैधरी चरण सिंह, सेजार डैम, राजघाट, गुण्टा तथा पहाड़ी डैम शामिल हैं। मुख्य अभियन्ता बेतवा झांसी के अंतर्गत आने वाले बांधों में जामिनी बांध, पहुज बांध, माताटीला बांध, गोविन्द सागर तथा शहजाद डैम स्थित हैं। इसी प्रकार मुख्य अभियन्ता पूर्वी गंगा मुरादाबाद के अधीन रामगंगा डैम, रामगंगा सैडिल डैम तथा पीली डैम आते हैं उपरोक्त 39 बांध प्रदेश सरकारके सिंचाई विभाग के नियंत्रणाधीन हैं।


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मिर्च की फसल में पत्ती मरोड़ रोग व निदान

ब्राह्मण वंशावली

ब्रिटिश काल में भारत में किसानों की दशा