डाक विभाग द्वारा 'ढाई आखर' पत्र लेखन प्रतियोगिता की अंतिम तिथि अब 31 जनवरी हुई

'प्रिय बापू, आप अमर हैं’ विषय पर पत्र  लिखिए और पाईये 50 हजार रूपये तक का ईनाम

 

डाक विभाग द्वारा 'ढाई आखर' पत्र लेखन प्रतियोगिता की अंतिम तिथि अब 31 जनवरी,  चार हजार से ज्यादा लोगों ने अब तक लिखा पत्र   



गाँधी जी का पत्रों से अटूट संबंध रहा है। यही कारण है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष में डाक विभाग द्वारा ‘प्रिय बापू, आप अमर हैं’ विषय पर "ढाई आखर" राष्ट्रीय स्तर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। और  यदि आपका पत्र चुना गया तो पाँच हजार से पचास हजार रूपये तक का पुरस्कार भी मिलेगा। उक्त जानकारी लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ  ने दी। इसके लिए विभिन्न स्कूलों-कॉलेजों में डाक विभाग द्वारा अभियान चलाकर भी युवा पीढ़ी को इससे जोड़ा जा रहा है। लखनऊ परिक्षेत्र में अब तक 4 हजार से ज्यादा लोगों ने इसमें भाग लिया है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने हेतु इसकी अंतिम तिथि भी बढ़ाकर 31 जनवरी, 2020 कर दी गई है।

डाक निदेशक  ने कहा  कि इस  'ढाई आखर' पत्र लेखन प्रतियोगिता में किसी भी उम्र के लोग भाग ले  सकते हैं। पहला वर्ग 18 वर्ष तक तथा दूसरा 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग का होगा। पत्र डाक विभाग द्वारा जारी अंतर्देशीय पत्र अथवा लिफाफे में ही स्वीकार्य होगा,  जिसमें क्रमशः 500 और 1,000 शब्दों में अंग्रेजी, हिन्दी अथवा स्थानीय भाषा में हाथ से पत्र लिखा जा सकता है।

शहरों में  पत्र को प्रधान डाकघर या अन्य वितरण डाकघरों में इसके लिए निर्दिष्ट लेटर बॉक्स में ही  डालना होगा, जबकि गाँवों में लोग इसे अपने ब्रांच पोस्टमास्टर के माध्यम से भेज  सकते हैं। पत्र में अपना पूरा नाम, पता व जन्मतिथि सहित  चीफ पोस्टमास्टर जनरल, उत्तर प्रदेश परिमंडल, लखनऊ -226001  के पते पर 31 जनवरी, 2020  तक निर्धारित लेटर बॉक्स में  डाल दें।

डाक निदेशक  ने बताया  कि  प्रतियोगिता के विजेताओं को राज्य और राष्ट्रीय स्तरों पर तीन-तीन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इनमें परिमंडलीय (राज्य) स्तर पर चयनित श्रेष्ठ पत्रों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी में क्रमश: पचीस हजार, दस हजार व  पांच हजार रूपए का पुरस्कार दिया जायेगा। राष्ट्रीय  स्तर पर चयनित श्रेष्ठ पत्रों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी में क्रमश: पचास हजार, पचीस हजार व दस हजार रूपए का पुरस्कार दिया जायेगा


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