मा0 मुख्यमंत्री जी अतिशीघ्र घोषित करेंगे गंगा यात्रा के शुभारम्भ की तिथि

 


यात्रा के दौरान पशु आरोग्य मेले और गंगा आरती का आयोजन 

 

उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री  ने इस माह  के आखिरी सप्ताह में आयोजित की जाने वाली गंगा यात्रा को दिव्य एवं भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए शामिल विभागों को अपनी-अपनी कार्ययोजना कल तक तैयार करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी प्रस्तुत रूपरेखा को अंतिम रूप देंगे। इसके साथ ही मा0 मुख्यमंत्री जी गंगा यात्रा के शुभारम्भ की तिथि भी घोषित करेंगे।

डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा एवं मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल मार्गदर्शन में यह पांच दिवसीय गंगा यात्रा प्रदेश के गंगा किनारे बसे 126 गांवों से होकर गुजरेगी। इस दौरान गंगा के दोनों किनारों पर स्थित गांवों, कस्बों, शहरों, मोहल्लों में इस आयोजन में शामिल विभागों द्वारा अपनी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से  मां गंगा को निर्मल, अविरल तथा प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए जनजागरण अभियान चलाकर जागरूक किया जायेगा।  

जलशक्ति मंत्री आज विधान भवन के कमेटी कक्ष संख्या 48 में गंगा यात्रा की तैयारी के सम्बंध में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गंगा यात्रा को भव्य बनाने के लिए उनकी अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय कमेटी बनायी जायेगी, जिसमें मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव गृह/सूचना, पुलिस महानिदेशक तथा शामिल संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव शामिल होंगे। यह समिति गंगा यात्रा को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिए तैयारियों का अनुश्रवण करने के साथ ही मार्गदर्शन प्रदान करेगी। 

जलशक्ति मंत्री ने गंगा यात्रा के लिए तैयारियांे पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि इस आयोजन में शामिल सभी विभाग अपने-अपने नोडल अधिकारी नामित करते हुए उन्हें जिम्मेदारियां सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि प्रथम यात्रा दल बिजनौर से चलकर कानपुर बैराज तथा द्वितीय यात्रा दल बलिया से चलकर कानपुर बैराज पर पहुंचेगी। यहीं पर यात्रा का समापन होगा। दोनों तरफ की यात्राएं सड़क तथा जलमार्ग से पूरी की जायेगी। इस यात्रा का शुभारम्भ तथा समापन मा0 राज्यपाल तथा मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा किया जायेगा। इसमें विधायक, सांसद प्रदेश के मंत्री तथा केन्द्र सरकार के मंत्री व सामाजिक संगठनों तथा स्वयंसेवी संस्थाएं भी शामिल होंगी। 

जलशक्ति मंत्री ने कहा कि इस गंगा यात्रा को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिए संबंधित विभागों को अलग-अलग दायित्व सौंपे गये हैं। इस यात्रा के लिए जलशक्ति विभाग नोडल विभाग होगा, जो यात्रा के सम्बंध में पूरी कार्ययोजना तैयार करेगा। यात्रा का आरम्भ स्थल तथा किस स्थान से स्टीमर, नौका अथवा सड़क के माध्यम से दूरी तय की जानी है, इसकी कार्ययोजना जलशक्ति विभाग, गृह विभाग के सहयोग से तैयार करेगा। उन्होंने कहा कि गंगा यात्रा में नदियों को पुनर्जीवित करने के क्षेत्र में कार्य कर रहे स्थानीय से लेकर ख्याति प्राप्त सामाजिक, व्यापारिक, सांस्कृतिक एनजीओ तथा अन्य संगठनों का सहयोग भी लिया जायेगा। 

इस यात्रा के आयोजन में नगर विकास, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, गृह, परिवहन, उद्यान, कृषि, वन एवं पर्यावरण, सूचना, पर्यटन, संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य, युवा कल्याण एवं खेलकूद तथा पशुपालन विभाग एवं अन्य सहयोगी विभाग योगदान करेंगे। उन्होंने कहा कि यात्रा की शुरूआत एक बड़ी जनसभा से होगी। यात्रा को शानदार ढंग से सम्पन्न कराने के लिए इसके व्यापक प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी सूचना विभाग को दी गयी है। सूचना विभाग द्वारा पोस्टर, होर्डिंग, प्रेस काॅन्फ्रेंस तथा गंगा से प्रचार संबंधित सामग्री एवं अभिलेखों, अन्य विवरणों के माध्यम से किया जायेगा। इसके लिए संयुक्त निदेशक सूचना, श्री हेमन्त सिंह तथा संयुक्त निदेशक सूचना श्री विनोद कुमार पाण्डेय को नोडल अधिकारी बनाया गया है। 

डाॅ0 सिंह ने कहा कि गंगा यात्रा के लिए दो ''गंगा रथ'' तैयार किये जायेंगे, जिसकी जिम्मेदारी परिवहन विभाग को दी गयी है तथा भोजन व आवास की व्यवस्था सिंचाई विभाग द्वारा किया जायेगा। यात्रा के दौरान स्वागत कार्यक्रम, स्वागत सभा तथा विश्राम स्थल का बिन्दु तय करते हुए विश्राम स्थल पर संस्कृति विभाग द्वारा गंगा पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इसके साथ ही गंगा के दोनों किनारों पर पोस्टर तथा होर्डिंग भी लगाई जायेगी। 

जलशक्ति मंत्री ने कहा कि गंगा यात्रा की भव्यता, दिव्यता तथा उत्सव जैसे माहौल उत्पन्न करने के लिए गांवों के लोगों को भी जोड़ा जायेगा। इसके साथ ही पंचायतीराज विभाग छोटे स्कूली बच्चों को तिरंगा देकर तथा इस कार्यक्रम से जोड़कर जनजागरण अभियान को व्यापक बनायेगा। उन्होंने कहा कि नगर विकास विभाग द्वारा गंगा किनारे पड़ने वाले 21 शहरों को पाॅलीथीन मुक्त बनाने एवं साफ-सफाई के लिए जागरूक किया जायेगा। इसके साथ ही नगर विकास विभाग द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत पात्रों को आवास वितरण के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। 

डाॅ0 सिंह ने कहा कि पंचायतीराज विभाग द्वारा गंगा किनारे स्थित ग्राम पंचायतों में ''गंगा मैदान'' की स्थापना, पाॅलीथीन मुक्त करने के लिए जागरूकता, जल संचयन व जल संरक्षण, तालाबों व नालों की सफाई आदि के लिए अभियान चलायेगा। उन्होंने कहा कि गांव सुन्दर दिखें और गंगा का पानी साफ हो, इसके लिए लोगों को जागरूक किया जायेगा। इस अभियान में ग्राम प्रधानों को जोड़ने के लिए मा0 मुख्यमंत्री जी की ओर से अनुरोध पत्र लिखा जायेगा। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान हर गांव में सांसद, विधायक, मंत्री रात्रि विश्राम करेंगे इसलिए गांवों तथा स्कूलों की बेहतर सफाई सुनिश्चित करायी जायेगी।

डाॅ0 सिंह ने कहा कि युवा कल्याण विभाग द्वारा युवक मंगल दल, महिला मंगल दल, पीआरडी के माध्यम से यात्रा से पहले और यात्रा के बाद सफाई का दायित्व सौंपा जायेगा। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान जगह-जगह पर गंगा को निर्मल बनाने के लिए नमामि गंगे का स्लोगन तथा मां गंगा का चित्र प्रदर्शित कराकर पर्यावरण संरक्षण, जलसंरक्षण तथा गंगा के अस्तित्व को मौलिक रूप देने के लिए चर्चा करायी जायेगी। उन्होंने कहा कि गंगा के किनारे गांवों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग लाइफ सपोर्ट सिस्टम, एम्बुलेंस, आकस्मिक व प्राथमिक सुविधाएं तथा गांवों में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करेगा। इन स्वास्थ्य मेलों का शुभारम्भ एमपी, एमएलए तथा मा0 मंत्रीगणों द्वारा किये जाने की योजना तैयार करेगा। 

डाॅ0 सिंह ने कहा कि गंगा के किनारे स्थित दोनों तरफ के गांवों, कस्बों, मोहल्लों में  सरकारी विभागों द्वारा आम जनता को उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न सुविधाओं को प्रदर्शित किया जायेगा। इसके साथ ही स्वच्छता के सम्बंध में विस्तार से जानकारी दी जायेगी। अन्य धार्मिक कार्यों जैसे ''गंगा आरती'' का आयोजन करके सभी समाज के लोगों को इससे जोड़ा जायेगा तथा गंगा को निर्मल बनाने के लिए जागरूक किया जायेगा। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण, जल संचयन आदि के लिए ''गंगा वन'' की स्थापना तथा वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ की टीमें भी इस यात्रा के दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करेंगी। 

जलशक्ति मंत्री ने कहा कि पर्यटन एवं संस्कृति विभाग द्वारा गंगा के किनारे स्थित धार्मिक, अध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक केन्द्रों को आस्था के साथ ही पर्यटन की विभिन्न गतिविधियों से जोड़ने के लिए रूपरेखा तैयार करेगा। इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के धार्मिक एवं पर्यटन संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। इसी प्रकार पशुपालन विभाग द्वारा गंगा के किनारे वाले ग्राम पंचायतों एवं नगर निकायों में पशु आरोग्य मेले का आयोजन तथा गोवंश के समुचित रख-रखाव के साथ ही केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं के सम्बंध में जानकारी उपलब्ध करायी जायेगी। 

 

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ब्राह्मण वंशावली

मिर्च की फसल में पत्ती मरोड़ रोग व निदान

ब्रिटिश काल में भारत में किसानों की दशा