मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया प्रदेश वासियों को आग से वचाव की  सावधानियां

 

उ0प्र0 के मुुख्य अग्निशमन अधिकारी ने कहा कि शीत ऋतु में आग लगने की अनेक घटनाएं प्रकाश में आ रही है। उन्होेंने प्रदेशवासियों से अग्नि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है। उन्होंने अपील की है कि कुछ सावधानियां बरतकर लोग अपने को सुरक्षित रख सकते है। उन्होंने निम्न सावधानियां बरते जाने की  अपील लोगों से की है।

1-सर्दियों के समय बुजुर्ग, महिलायें, पुरष एवं शिशु/ छोटे बच्चों की चारपाई के नीचे हीटर/अलाव/ अंगीठी जलाकर न सोये, इससे अग्नि दुर्घटना के साथ-साथ जन हानि हो सकती है।

2-रूम हीटर/ब्लोवर/अलाव/अंगीठी जलाकर कदापि न सोये इससे अग्नि दुर्घटना घटित हो सकती है। 

3-व्यवसायिक काम्पलेक्स/दुकानों/ औद्योगिक संस्थानों/कार्यालयों में हीटर/ब्लोवर का प्रयोग सुरक्षित तरीके से करें तथा काम्पलेक्स बन्द करते समय हीटर/ब्लोवर को विद्युत प्रवाह से विच्छेदित कर दिया जाये।

4-सदिर्यो के समय चैराहों, सार्वजनिक स्थानों पर जलाये गये अलाव तापते समय ढ़ीले-ढ़ीले कपड़ों का प्रयोग न करें तथा अलाव को जलता हुआ न छोड़े।

5-घर बन्द करके जाते समय घर की सम्पूर्ण विद्युत सप्लाई मेंन स्विच से बन्द करें।

6- निर्धारित भार से अधिक विद्युत का प्रयोग न करें तथा विद्युत वायर स्विच बोर्ड, विद्युत चालित उपकरणों के सम्पर्क में व उनके नीचे कोई साम्रगी जैसे कपड़े, कागज, फर्नीचर, गत्ते आदि में न रखें।

7-विद्युत वायर, उपकरण आई0एस0आई0 मार्क ही प्रयोग करें तथा विद्युत वायर के जोंड़ों को ढीला न रखें।

8-गैस को रेग्यूलेटर से उसके बाद स्टोव को स्विच से बन्द करें तथा निर्धारित समय से एलपीजी गैस का पाइप बदल दें।

9- यदि एलपीजी गैस लीकेज हो या गंध महसूस हो रही है तो विद्युत को स्विच आफ ऑन न करें तथा प्रकाश हेतु माचिस आदि न जलायें।

10-निकास मार्गों का अवरोध मुक्त रखे।

11-   आग या धुॅआ महसूस होन पर सिर को जमीन के पास करके घुटनों के बल चल कर निकलें सम्भव हो तो नाक पर गीला कपड़ा या सूखा कपड़ा रख कर निकलें।

12-यदि धुॅए से अंधेरा हो गया है, निकास मार्ग नहीं दिख रहा है तब हाथ से दीवार को टटोलते हुए दीवार के सहारे बाहर निकलें।

13-यदि शरीर में आग लगी हो तो भागें नही, लेट जायें एवं रोल करें।

14-पूजन सामग्री जैसे हवन, दीपक, धूपबत्ती, अगरबत्ती जबतक जलती रहे तबतक नजर रखें।

15-जलता हुआ धुम्रपान, माचिस की तीली आदि बिना बुझाये इधर-उघर न फेंकें।

16-मोटर वाहनों मे फायर एक्सटिंग्यूशर लगायों।

17-   आग लगने की सूचना देते समस रास्ता लैण्ड मार्क अवश्य बतायें तथा जिस नम्बर से सूचना  दिये हैं उसे बन्द न करें सदैव आॅन रखें तथा फायर सर्विस के वाहनोेें को रास्ता तुरन्त दें।

18-किसी भी प्रकार की अग्नि दुर्घटना घटित होने पर फायर सर्विस को तत्काल सूचित करें। सूचना देने हेतु 112 पर फोन करंे साथ ही साथ जनपद लखनऊ के निवासीगण फारय स्टेशन हजरतगंज-9454418642, फायर स्टेशन आलमबाग-9454418648, फायर स्टेशन इन्दिरा नगर-9454418650, फायर स्टेशन सरोजनीनगर-9454418656, फायर स्टेशन चैंक-9454418644, फायर स्टेशन पी0जी0आई0-9454418646, फायर स्टेशन बीकेटी-9454418652, फायर स्टेशन गोमतीनगर-9454418658 सीयूजी नम्बर पर फोन करेें।

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