नोवेल कोरोनावायरस के तीन मरीज केरल में


केरल में नोवेल कोरोनावायरस के तीसरे मरीज का पता लगा है। इस मरीज ने चीन के वुहान की यात्रा की थी।


मरीज में नोवेल कोरोनावायरस के लक्षण पाए गए हैं और अस्पताल में उसे अलग वार्ड में रखा गया है।


मरीज की हालत स्थिर है और उसे कड़ी निगरानी में रखा गया है।


यात्रियों को चीन न जाने की सलाह


कैबिनेट सचिव ने नोवेल कोरोनावायरस से निपटने की तैयारी का जायजा लेने के लिए आज नई दिल्ली में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के सचिवों तथा आईटीबीपी, एएफएमएस और एनडीएमए के प्रतिनिधियों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। कैबिनेट सचिव ने अब तक छह समीक्षा बैठकें की हैं।


एक नया यात्रा परामर्श जारी किया गया, जिसके तहत लोगों को चीन की यात्रा न करने की हिदायत दी गई है। परामर्श में बताया गया है कि लौटने पर यात्रियों को अलग-थलग रखा जा सकता है। 15 जनवरी, 2020 के बाद से अब तक जिसने भी चीन की यात्रा की है और जो भी चीन की यात्रा पर जाएगा, उन्हें वापसी में अलग-थलग रखा जाएगा।


अब तक 445 उड़ानों के 58,658 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है। रोग के लक्षण वाले कुल 142 यात्रियों को अस्पतालों में अलग-थलग रखा गया है। 130 नमूनों की जांच की गई है, जिनमें से 128 नमूनों में रोग के लक्षण नहीं पाए गए हैं। केरल में दो मरीजों में रोग के लक्षण पाए गए हैं और उन्हें कड़ी निगरानी में रखा गया है। बहरहाल, उनकी हालत स्थिर है।


वूहान से 330 यात्रियों का दूसरा जत्था भारत पहुंच चुका है, जिसमें मालदीव के सात यात्री शामिल हैं। इनमें से सात मालदीवी नागरिकों सहित 300 यात्रियों को आईटीबीपी चावला कैम्प में तथा 30 यात्रियों को मानेसर में रखा गया है। इन सभी लोगों की स्वास्थ्य निगरानी की जा रही है।


यात्रा के दौरान चेतावनी 


 संशोधित चेतावनी में बताया गया है कि आम लोग चीन की यात्रा से बचें। साथ ही, जिसने 15 जनवरी, 2020 से चीन की यात्रा की है, वे अपनी जांच करा लें। ऐसी चेतावनी कल भी जारी की गई थी।



  • चीन के पासपोर्ट धारकों के लिए ई-वीज़ा सुविधा को अस्‍थाई तौर पर स्‍थगित किया गया है।

  • चीन के नागरिकों के लिए पहले से जारी किया गया ई-वीज़ा अस्‍थाई तौर पर मान्‍य नहीं है।

  • चीन से फिजि़कल वीज़ा के लिए ऑन-लाइन आवेदन दाखिल करने की सुविधा स्‍थगित है।

  • ऐसे व्‍यक्ति जिनके पास भारत की यात्रा पर आने के लिए ठोस कारण हैं, उन्‍हें बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास अथवा शंघाई अथवा गवांगझाव स्थित वाणिज्‍य दूतावास से संपर्क कायम करने के लिए कहा गया है।  


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