वर्ष 2018-19 के सापेक्ष वर्ष 2019-20 में प्रतिव्यक्ति आय बढ़कर हुई  5.9 प्रतिशत


उत्तर प्रदेश के अर्थ एवं संख्या प्रभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 के राज्य में प्रचलित भावों पर तैयार किये गये अग्रिम अनुमान जारी किये गये है। यह अनुमान वित्तीय वर्ष 2011-12 के आधार पर तैयार किये गये है। वर्ष 2019-20 में प्रचलित भावों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (ळैक्च्) में 4.4 प्रतिशत की वृद्धि दर अनुमानित की गयी है। इसी प्रकार निवल राज्य घरेलू उत्पाद (NSDP)  में 4.3 प्रतिशत की वृद्धि दर अनुमानित हुयी है। 

यह जानकारी अर्थ एवं संख्या प्रभाग के निदेशक श्री अरविन्द कुमार पाण्डेय ने दी। उन्होंने बताया कि राज्य आय के अग्रिम अनुमानों को अखिल भारतीय अग्रिम अनुमान के आंकड़ों तथा प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा उपलब्ध कराये गये लक्ष्य एवं उपलब्धियों के आधार पर तैयार किये गये है। उन्होंने बताया कि सकल राज्य घरेलू मूल्य वर्धन के तहत कृषि, पशुधन, वन, मत्स्य, खनन में 2.2 प्रतिशत, विनिर्माण, बिजली, गैस, जल-आपूर्ति तथा निर्माण कार्य में 1.1 प्रतिशत तथा सेवा क्षेत्र में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित है। इस प्रकार सेवा क्षेत्र में वित्तीय वर्ष 2019-20 में सर्वाधिक वृद्धि दर परिलक्षित हुयी है। 

श्री पाण्डेय के अनुसार वर्ष 2019-20 के अग्रिम अनुमानों के तहतप्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद 1187277 करोड़ रूपये अनुमानित किया गया है जबकि वर्ष 2018-19 मंे सकल राज्य घरेलू उत्पाद में 1137469 करोड़ रूपये आकलित की गयी थी, इस प्रकार वर्ष 2019-20 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद में 4.4 प्रतिशत की वृद्धि परिलक्षित हुयी है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019-20 में प्रचलित भावों पर सकल राज्य मूल्य वर्धन 1117420 करोड़ रूपये अनुमानित किया गया है, जबकि वर्ष 2018-19 के त्वरित अनुमानों के अनुसार सकल राज्य मूल्य वर्धन 1070751 करोड़ रूपये आंकलित किया गया था। इस प्रकार बुनियादी मूल्यों पर सकल राज्य मूल्य वर्धन में भी 4.4 प्रतिशत की वृद्धि दर परिलक्षित हुयी है। 

अर्थ एवं संख्या निदेशक के अनुसार कृषि एवं उद्यान विभाग द्वारा उपलब्ध करायी गयी फसलवार क्षेत्रफल और उत्पादन के वर्ष 2019-20 में सकल राज्य मूल्य वर्धन के अन्तर्गत 1.6 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान किया गया है। इसी प्रकार पशुपालन विभाग द्वारा सुलभ आकंडों के आधार पर तैयार किये गये विवरण के अन्तर्गत दूध, अण्डा तथा ऊन के उत्पादन में 3.8 प्रतिशत की वृद्धि दर अनुमानित की गयी है। उन्होंने बताया कि उद्योग खण्ड के अनुमान मुख्य रूप से थोक भाव सूचकांक और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक से तैयार किये गये आंकड़ों के तहत सकल राज्य मूल्य वर्धन 182820 करोड़ रूपये अनुमानित है। उन्होंने बताया कि सेवा क्षेत्र के अन्तर्गत वर्ष 2019-20 में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। यह वृद्धि दर गत तीन सालों की औसत वृद्धि दर तथा उपभोक्ता भाव सूचकांक के अन्तर्गत तैयार किये गये है। 

श्री पाण्डेय ने बताया कि बाजार मूल्यों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद वर्ष 2019-20 में 1039180 करोड़ रूपये अनुमानित है। जबकि वर्ष 2018-19 में निवल राज्य घरेलू उत्पाद 995999 करोड़ रूपये आकलित किया गया था, इस प्रकार वर्ष 2019-20 में  सकल राज्य घरेलू उत्पाद में 4.3 प्रतिशत की वृद्धि दर अनुमानित हैं। उन्होंने बताया कि बाजार मूल्यों एवं प्रचलित भावों पर 1794508 करोड़ रूपये सकल राज्य घरेलू उत्पाद का अनुमान लगाया गया है। बुनियादी मूल्यों के तहत सकल राज्य मूल्य वर्धन 1590090 करोड़ रूपये अनुमानित किया गया है। वर्ष 2019-20 के अग्रिम अनुमानों के अनुसार प्राथमिक सेक्टर के तहत कृषि, वन, मत्स्य, वानिकी आदि में 400987 करोड़, द्वितीय सेक्टर में व्यापार, परिवहन, भण्डारण, संचार आदि का अग्रिम अनुमान 410725 करोड़ तथा तृतीय सेक्टर के अन्तर्गत वित्तीय सेवाएं, रियल स्टेट, लोक प्रशासन आदि का सकल मूल्य वर्धन 778378 करोड़ रूपये होने का अनुमान है। 

अर्थ संख्या प्रभाग के निदेशक ने बताया कि इस प्रकार वर्ष 2019-20 में प्रदेश का निवल राज्य घरेलू उत्पाद 1603083 करोड़ रूपये अनुमानित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की प्रतिव्यक्ति आय (प्रचलित भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद के संदर्भ में) वर्ष 2018-19 में 66512 रूपये थी, जबकि वर्ष 2019-20 में 70419 रूपये अनुमानित हैं, जो गत वर्ष की तुलना में 5.9 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 के राज्य आय के अग्रिम अनुमानों को वेबसाइट www.updes.up.nic.in पर भी प्रदर्शित कर दिया गया है। 

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ब्राह्मण वंशावली

मिर्च की फसल में पत्ती मरोड़ रोग व निदान

ब्रिटिश काल में भारत में किसानों की दशा