कोरोना वायरस के मुम्बई के सभी समाचार पत्रों प्रकाश अनिश्चित समय के लिए बन्द !
भारत की आर्थिक राजधानी मुम्बई में पहली बार ऐसा हुआ है कि कोरोना वायरस के खौफ से समाचार पत्रों का प्रकाशन अनिश्चित काल के लिए बंद करना पड़ा। बताते हैं कि रविवार को मुम्बई में समाचार पत्रों की प्रिंटिंग पूर्व की तरह हुई लेकिन जनता कर्फ्यू के कारण समाचार पत्र विक्रेताओं ने समाचार पत्रों को नही खरीदा जिसके बाद सभी प्रिंटिंग पेपर वापस अखबार प्रबंधन के लोगो ने मंगा लिया।उसके बाद रविवार की रात से मुम्बई की लाइफलाइन लोकल ट्रेन बंद हो गयी जिसे देखते हुए अखबारों का प्रकाशन नही हुआ।
सोमवार को समाचार पत्र विक्रेताओं के संगठन बृहनमुंबई वृतपत्र विक्रेता संघ ने दोपहर 12 बजे उद्योगमंत्री सुभाष देसाई से मुलाकात की जिसमे सभी संगठन के प्रतिनिधियों ने इस चर्चा में हिस्सा लिया।इस चर्चा में दिनोदिन बढ़ रहे कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षा को देखते हुए तय किया गया कि 24 मार्च और 25 मार्च को समाचार पत्रों का वितरण नहीं किया जाएगा।तथा 25 मार्च को एक बैठक का आयोजन किया जाएगा।उसके बाद अगली परिस्थिति की समीक्षा कर अगला निर्णय 26 मार्च से लिया जाएगा।
उधर सोमवार देर शाम महाराष्ट्र सरकार ने पूरे महाराष्ट्र में कर्फ्यू लगा दिया है। राज्य में कर्फ्यू और ऊपर से लोकल ट्रेन बन्द ।जब तक लोकल चालू नहीं होगी तब तक ज्यादातर प्रिंट मीडिया के कर्मी घर पर रहेंगे ।ऐसे में मुम्बई में अखबारों का प्रकाशन कब शुरू होगा कोई नहीं जानता।आपको बतादें की ऐसा पहली बार हुआ है जब इतने लंबे समय तक मुम्बई में लोकल ट्रेन और समाचार पत्रों का प्रकाशन बंद रहेगा।
कुछ अखबार ऑनलाइन एडिशन अपडेट कर रहे हैं।और रिपोर्टरो को बोलकर खबर मंगा रहे हैं।उधर राज्य सरकार और महाराष्ट्र के कामगार आयुक्त ने एक आदेश जारी किया है कि राज्य में कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए सभी निजी कंपनियों को बंद किया जा रहा है।सरकारी परिपत्रक में कहा गया है कि न तो कर्मचारी को हटाना है और न ही उनका वेतन काटना है।जो कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है।