चीन से पलायन करने वाली इंडस्ट्रीज को उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित करने पहल !

चीन से पलायन करने वाली इंडस्ट्रीज को उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित करने के लिए , सिद्धार्थ नाथ सिंह एवं  सतीश महाना ने की बैठक!
     


चीन से पलायन करने वाली इंडस्ट्रीज को उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित करने के लिए मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह एवं औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना ने आज संयुक्त बैठक की। बैठक में चाइना से अपना उद्यम अन्य देशों में सिफ्ट करने वाली जापान, कोरिया, अमरीका तथा यूरोपियन कंपनियों को उत्तर प्रदेश में लाये जाने के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा हुई और आगे की रूपरेखा तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
      बैठक में अधिक से अधिक इंडस्ट्रीज को यू0पी0 में इन्वेस्टमेंट के लिए आकर्षित करने हेतु इंसेंटिव तथा कैपिटल सब्सिडी आदि देने पर विचार विमर्श हुआ। साथ ही पॉलिसी में निवेश बढ़ाने के लिए आवश्यक संशोधन किये जाने पर चर्चा की गयी। इसके अलावा बैठक में भारत सरकार से भी औद्योगिक एवं निवेश पॉलिसी में उत्तर प्रदेश के लिए आकर्षक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार के साथ बैठक आयोजित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए।
      इस मौके पर श्री सिंह ने कहा कि इस समय विश्व की बड़ी फूड प्रोसेसिंग, गारमेंट तथा आटोमोबाईल कम्पनियां उत्तर में निवेश की इच्छा प्रकट कर चुकी है। राज्य सरकार द्वारा इनकों हर प्रकार का सहयोग प्रदान किया जायेगा। इससे राज्य मंे अधिक से अधिक निवेश होगा और बड़ी सख्या में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
      औद्योगिक विकास मंत्री ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश में निवेश को आकर्षित करने के लिए ठोस कदम उठाये जायेंगे। जहां तक सम्भव होगा, उद्यमियों को छूट आदि देने के लिए विशेष प्राविधान किये जायेंगे। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को इस दशा में तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए।
      इस मौके पर कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास श्री आलोक कुमार, प्रमुख सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मिर्च की फसल में पत्ती मरोड़ रोग व निदान

ब्राह्मण वंशावली

ब्रिटिश काल में भारत में किसानों की दशा