लाक डाउन बढ़ने से बाहर फंसे लोगों में बढ़ी बेचैनी सड़कों पर उतरे।


देश में लाकडाउन की अवधि तीन मयी तक  बढ़ाये जाने के बाद अपनी जन्म भूमि छोड़ कर  शहरों में कमाने गये लोगों का धैर्य लगता है अब जवाब देने लगा है। भूख और भोजन की समस्या के अलावा लोगों को अब यह डर भी सतानें लगा है कि पता नहीं लाक डाउन कब तक रहेगा और वह अपने परिवार से न जाने कब मिल पायेंगे।

  गुजरात में सूरत और महाराष्ट्र में मुम्बई की १४अप्रैल की घटनाएं इसी बात का प्रमाण है।

 

     प्राप्त जानकारी के अनुसार   मुंबई में बांद्रा क्षेत्र एवं स्टेशन पर व जामा मस्जिद के पास आज हजारों लोग लाॅकडाउन तोड़कर सड़कों पर निकले। जिससे सरकार एवं मुंबई पुलिस के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। करीब 3 हजार लोग सड़क पर, इनका कहना है कि हमें खाना नहीं मिल रहा है।

          भीड़ में शामिल मुंबई से बाहर के लोगों की मांग उन्हे उनके घर जाने दिया जाए।

  उधर गुजरात के सूरत शहर में भी बड़ी संख्या में कपड़ा फैक्ट्री के मजदूर सड़कों पर निकल आये इनका भी कहना है कि इन्हे खाना नहीं मिल रहा है। यहां पर भी बाहर कमाने आते फंसे हुए लोग भी अपने घर भेजे जाने की मांग कर रहे हैं।

        मुंबई में सड़कों पर निकली भीड़ पर पुलिस ने या्ला्ठीचार्ज भी किया। गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फोन पर बात कर हालात के बारे में ली जानकारी।

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