मुख्यमंत्री योगी के आज का निर्णय !


शहरी और ग्रामीण इलाकों में  छूटे हुए निराश्रित पात्र लगों का युद्धस्तर पर चिन्हित करते हुए 01 हजार रु0 का भरण-पोषण भत्ता दिया जाए: मुख्यमंत्री


अब तक विभिन्न श्रेणी के 23.70 लाख श्रमिकों  को राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से 236.98 करोड़ रु0 का भरण-पोषण भत्ता उपलब्ध कराया। 


औद्योगिक इकाइयों  के शेष कार्मिकों के वेतन का जल्द से जल्द भुगतान कराने के निर्देश। 


अब तक 34,309 औद्योगिक इकाइयों से उनके कार्मिकों को 512.98 करोड़ रु0 का वेतन भुगतान कराया गया। 


लाॅक डाउन अवधि में अनुपस्थित शिक्षण संस्थानों, चिकित्सालयों , कार्यालयों के अस्थाई कर्मचारियों, आआउटसोर्सिंग  कर्मियों के मानदेय में  कोई कटौती न की जाए। 


सरकारी एवं निजी अस्पतालों में  इमरजेन्सी सेवाओं का संचालन स्टाफ के कोविड नियंत्रण प्रशिक्षण एवं सुरक्षा उपाय के पश्चात ही संक्रमण मुक्त हो गये जनपदों में  सभी सावधानियां बरती जाएं, लाॅक डाउन व्यवस्था यथावत जारी रहेगी। 


 


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने लाॅक डाउन से प्रभावित गरीब और कमजोर वर्गाें को राहत पहुंचाने के लिए एक हजार रुपए प्रति लाभार्थी की दर से दिए जा रहे भरण-पोषण भत्ते के वितरण कार्य  की अब तक की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने अभियान चलाकर शेष निर्माण श्रमिकों, दिहाड़ी मजदूरों तथा निराश्रित व्यक्तियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए हैं। अब तक विभिन्न श्रेणी के 23.70 लाख श्रमिकों को राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से  कुल 236.98 करोड़ रुपए का भरण-पोषण भत्ता उपलब्ध कराया है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में लाॅक डाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा इस आपदा काल में श्रमिकों, दिहाड़ी मजदूरों, निराश्रित व्यक्तियों तथा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के परम्परागत कारीगरों आदि को 01-01 हजार रुपए की सहायता राशि के साथ-साथ खाद्यान्न उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने निर्देश दिए कि शहरी और ग्रामीण इलाकों में छूटे हुए निराश्रित पात्र लोगों  का युद्धस्तर पर चिन्हित करते हुए सभी जरूरतमंदों को 01 हजार रुपए के भरण-पोषण भत्ते का लाभ दिया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 के विविध आयामों  से  निपटने के लिए राज्य सरकार ने शुरू से ही प्रभावी कदम उठाए। 24 मार्च, 2020 को 5.97 लाख पंजीकृत  निर्माण श्रमिकों के खाते में 01-01 हजार रुपए आर0टी0जी0एस0 के माध्यम से हस्तांतरित किए गए। अब तक 13.51 लाख पंजीकृत  निर्माण श्रमिकों को कुल 135.10 करोड़ों रुपए उनके बैंक खाते में हस्तांतरित किए गएहैं।
ठेला, खोंमचा, रेहड़ी आदि लगाने वालों, रिक्शा, ई-रिक्शा चालक, पल्लेदार, रेलवे कुली, दिहाड़ी मजदूरों आदि के  भरण - पोषण हेतु 1,000 रुपए की धनराशि उनके  खाते में उपलब्ध कराना राज्य सरकार की एक बड़ी पहल है। नगरीय क्षेत्र में  ऐसे 5.82 लाख श्रमिकों को अब तक 58.19 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। ग्रामीण क्षे त्रों में  अब तक कुल 4.37 लाख निराश्रित व्यक्तियों को 43.69 करोड़ रुपए की भरण-पोषण भत्ते की धनराशि का भुगतान किया गया है।


 


मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि शिक्षण संस्थानों , चिकित्सालयों , कार्यालयों में काम करने वाले अस्थाई कर्म चारियों, आउटसोंर्सिंग कर्मी जो लाॅक डाउन अवधि के कारण कार्य  स्थल पर उपस्थित नहीं हो पाए, ऐसे कार्मिकों की अनुपस्थिति अवधि के मानदेय में कोई कटौती न की जाए। निजी क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों में कार्य रत श्रमिकों एवं  अन्य कर्मियों को भी लाॅक डाउन अवधि में मानदे य अवश्य दिया जाए। 

बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि श्रमिकों को लाॅक डाउन अवधि का वेतन दिलाने के लिए प्रदेश की 36,090 औद्योगिक इकाइयों से  सम्पर्क  किया गया। अब तक 34,309 औद्योगिक इकाइयों से उनके  कार्मिकों को 512.98 करोड़ रुपए का वेतन भुगतान कराया गया है। मुख्यमंत्री जी ने औद्योगिक इकाइयों के शेष कार्मिकों के वेतन का जल्द से जल्द भुगतान कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निजी औद्योंगिक इकाइयों एवं  व्यापारिक प्रतिष्ठानों के  स्वामियों से आह्वान किया कि वे इस आपदा में मानवीयता एवं संवेदना का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अपने कर्मियों की पूरी मदद करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीबों के हितों के प्रति
संवेदनशील है। इसके  तहत 30 मार्च, 2020 को 27.15 लाख मनरेगा श्रमिकों कों  देय 611 करोड़ रुपए उनके  खातों  में ऑनलाइन हस्तांतरित किए गए। इसी प्रकार 03 अप्रैल, 2020 को वृद्धावस्था, निराश्रित महिला, दिव्यांगजन तथा कुष्ठावस्था पेंशन के 86.71 लाख लाभार्थियों को दों  माह की अग्रिम पेंशन की कुल 871.48 करोड़ रुपए की धनराशि ऑ नलाइन अन्तरित की गयी। मुख्यमंत्री जी ने कोविड-19 से बचाव तथा संक्रमण के उपचार हेतु किए गये प्रबन्धों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि इस रोग के गम्भीर मरीजों के  लिए वेन्टिलेटर तथा ऑक्सीजन की व्यवस्था अवश्य सुनिश्चित की जाए।
डाॅक्टरों सहित सभी चिकित्सा कर्मियों के संक्रमण से बचाव के समुचित प्रबन्ध किए जाऍ । पी0पी0ई0 तथा एन-95 मास्क की सुचारु व नियमित आपूर्ति चेन
बनायी रखी जाए। सरकारी एवं  निजी अस्पतालों में इमरजेन्सी सेवाओं का संचालन स्टाफ के कोविड नियंत्रण प्रशिक्षण एवं सुरक्षा उपाय के पश्चात ही किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने जिलाधिकारियों  तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों कों  जनपद स्तर पर कोविड-19 के बचाव, उपचार व नियंत्रण कार्याें का प्रभावी पर्यवेक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि लाॅक डाउन अवधि में कार्यों  के सुचारु सम्पादन के लिए प्रत्येक  जिलाधिकारी पृथक-पृथक टीम गठित करें । 
मुख्यमंत्री जी ने कम्युनिटी किचेन व्यवस्था की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंनें  कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से प्रभावित रहे  प्रदेश के कुछ जनपद अब संक्रमण मुक्त हो गये हैं। इसके  बावजूद वहां सभी सावधानियां बरती जाएं। इन जनपदों में लाॅक डाउन व्यवस्था यथावत जारी रहेगी, इसमें  कोई छूट न पायदान   की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अन्य राज्यों में रह रहे उत्तर प्रदेश वासियों की समस्याओं के समाधान के लिए मुख्य सचिव, केन्द्रिय गृह सचिव तथा अन्य राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ सम्पर्क व संवाद बनाए रखें। इसके  अलावा, प्रदेश सरकार द्वारा नामित नोडल अधिकारियों से नियमित फीडबैक प्राप्त किया जाए। प्रदेश में अध्ययनरत विदेशी विद्यार्थियों की समस्याओं के समाधान के लिए नामित नोडल अधिकारी इन छात्र-छात्राओं के सम्पर्क में रहते हुए इनकी कुशल-क्षेम से सम्बन्धित दूतावास को अवगत कराते रहें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाहर से आये लोगों के बारे  जिस स्थान पर जानकारी प्राप्त हो, ऐसे लोगों को वहीं क्वारंटीन किया जाए। हाॅट स्पाॅट क्षेत्र में यदि कोई मण्डी है तो उसे तत्काल शिफ्ट करें। मण्डियों  के संचालन की रणनीति स्थानीय स्तर पर जिलाधिकारी, पुलिस एवं मण्डी के अधिकारियों  द्वारा तय की जाए। मण्डियों के संचालन में  सों शल डिस्टैंसिंग का पालन किया जाए। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य
सचिव वित्त श्री संजीव कुमार मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी0 अवस्थी, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे , प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव
मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल एवं श्री संजय प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिरसहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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