फरवरी, 2020 में औद्योगिक विकास दर 4.5 प्रतिशत रही!
विनिर्माण क्षेत्र के 23 उद्योग समूहों में से 13 समूहों ने फरवरी, 2020 के दौरान धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की!
अप्रैल-फरवरी, 2019-20 में औद्योगिक विकास दर 0.9 फीसदी आंकी गई!
फरवरी, 2020 में खनन, विनिर्माण और बिजली क्षेत्रों की उत्पादन वृद्धि दर क्रमश: 10.0, 3.2 एवं 8.1 फीसदी रही!
फरवरी, 2020 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) 133.3 अंक रहा जो फरवरी, 2019 के मुकाबले 4.5 फीसदी अधिक है। इसका मतलब यही है कि फरवरी, 2020 में औद्योगिक विकास दर 4.5 फीसदी रही। उधर, अप्रैल-फरवरी, 2019-20 में औद्योगिक विकास दर पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 0.9 फीसदी आंकी गई है।
फरवरी, 2020 में खनन, विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) एवं बिजली क्षेत्रों की उत्पादन वृद्धि दर फरवरी, 2019 के मुकाबले क्रमश: 10.0 फीसदी, 3.2 फीसदी तथा 8.1 फीसदी रही। उधर, अप्रैल-फरवरी, 2019-20 में इन तीनों क्षेत्रों यानी सेक्टरों की उत्पादन वृद्धि दर पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में क्रमश: 1.9, 0.6 तथा 1.5 फीसदी आंकी गई है।
उद्योगों की दृष्टि से विनिर्माण क्षेत्र के 23 उद्योग समूहों (दो अंकों वाले राष्ट्रीय औद्योगिक वर्गीकरण यानी एनआईसी-2008 के अनुसार) में से 13 समूहों ने फरवरी, 2019 की तुलना में फरवरी, 2020 के दौरान धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इस दौरान ‘बुनियादी धातुओं के विनिर्माण’ ने 18.2 प्रतिशत की सर्वाधिक धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद ‘रसायनों एवं रासायनिक उत्पादों के विनिर्माण’ का नम्बर आता है जिसने 8.0 प्रतिशत की धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसी तरह ‘अन्य गैर-धातु खनिज उत्पादों के विनिर्माण’ ने भी 8.0 प्रतिशत की धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। वहीं, दूसरी ओर उद्योग समूह ‘मोटर वाहनों, ट्रेलरों और सेमी-ट्रेलरों के विर्निर्माण’ ने (-) 15.6 प्रतिशत की सर्वाधिक ऋणात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद ‘कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक और ऑप्टिकल उत्पादों के विनिर्माण’ का नंबर आता है जिसने (-) 14.8 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसी तरह ‘मशीनरी और उपकरणों को छोड़ गढ़े गए धातु उत्पादों के विनिर्माण’ ने (-) 9.9 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि दर दर्ज की है।
उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार फरवरी, 2020 में प्राथमिक वस्तुओं (प्राइमरी गुड्स), पूंजीगत सामान, मध्यवर्ती वस्तुओं एवं बुनियादी ढांचागत/निर्माण वस्तुओं की उत्पादन वृद्धि दर फरवरी, 2019 की तुलना में क्रमश: 7.4 फीसदी, (-) 9.7 फीसदी, 22.4 फीसदी और 0.1 फीसदी रही। जहां तक टिकाऊ उपभोक्ता सामान का सवाल है, इनकी उत्पादन वृद्धि दर फरवरी, 2020 में (-) 6.4 फीसदी रही है। उधर, गैर-टिकाऊ उपभोक्ता सामान की उत्पादन वृद्धि दर फरवरी, 2020 में 0.0 फीसदी रही।
इस प्रेस विज्ञप्ति से जुड़ी सूचना मंत्रालय की वेबसाइट http://www.mospi.nic.in पर भी उपलब्ध है।
विवरण I: औद्योगिक उत्पादन सूचकांक – क्षेत्रवार | ||||||||
(आधार वर्ष : 2011-12=100) | ||||||||
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माह | खनन | विनिर्माण | बिजली | सामान्य | ||||
(14.372472) | (77.63321) | (7.994318) | (100) | |||||
2018-19 | 2019-20 | 2018-19 | 2019-20 | 2018-19 | 2019-20 | 2018-19 | 2019-20 | |
अप्रैल | 102.6 | 107.8 | 123.1 | 126.2 | 153.7 | 162.9 | 122.6 | 126.5 |
मई | 107.6 | 110.1 | 130.1 | 135.8 | 164.7 | 176.9 | 129.6 | 135.4 |
जून | 104.9 | 106.5 | 128.6 | 129.0 | 159.9 | 173.6 | 127.7 | 129.3 |
जुलाई | 95.5 | 100.2 | 127.6 | 133.7 | 162.0 | 170.5 | 125.7 | 131.8 |
अगस्त | 92.0 | 92.0 | 130.6 | 128.4 | 167.2 | 165.7 | 128.0 | 126.2 |
सितंबर | 94.5 | 86.4 | 131.6 | 126.0 | 162.9 | 158.7 | 128.8 | 122.9 |
अक्टूबर | 108.2 | 99.5 | 133.9 | 126.3 | 166.0 | 145.8 | 132.8 | 124.0 |
नवंबर | 110.6 | 112.7 | 126.8 | 130.6 | 147.3 | 139.9 | 126.1 | 128.8 |
दिसंबर | 114.4 | 120.9 | 135.8 | 134.8 | 150.4 | 150.3 | 133.9 | 134.0 |
जनवरी | 119.1 | 124.2 | 135.5 | 137.7 | 150.9 | 155.6 | 134.4 | 137.2 |
फरवरी* | 112.5 | 123.7 | 129.3 | 133.5 | 137.9 | 149.1 | 127.6 | 133.3 |
मार्च | 132.7 |
| 144.6 |
| 160.1 |
| 144.1 |
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औसत |
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अप्रैल-फरवरी | 105.6 | 107.6 | 130.3 | 131.1 | 156.6 | 159.0 | 128.8 | 129.9 |
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पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में वृद्धि दर |
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फरवरी* | 2.2 | 10.0 | -0.3 | 3.2 | 1.3 | 8.1 | 0.2 | 4.5 |
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अप्रैल-फरवरी | 3.0 | 1.9 | 3.9 | 0.6 | 5.5 | 1.5 | 4.0 | 0.9 |
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* फरवरी 2020 के आंकड़े त्वरित अनुमान हैं। |
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नोट : नवंबर 2019 और जनवरी 2020 के सूचकांक में अद्यतन (अपडेट) उत्पादन डेटा शामिल हैं। |