प्रदेश के 37 जिलों में 343 कोरोना संक्रमित !


प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अब तक प्रदेश के 37 जिलों से 343 कोरोना पाॅजिटिव के मामले सामने आए हैं इनमें से 26 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि कुल पाॅजिटिव पाये गये मरीजों में 187 मरीज तब्लीगी जमात के हैं। प्रदेश में कोरोना मरीजों के लिए 10 हजार आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है। एसिम्प्टोमैटिक मरीजों को जिनमें स्पष्ट लक्षण नहीं मिले हैं, उनके उपचार के लिए 1ः1 अनुपात में ‘‘एल-1 अटैच्ड फैसिलिटी’’ की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए कोविड अस्पताल के पास ही लाॅज, गेस्ट हाउस आदि स्थान को लिया जायेगा। इससे हमारे पास मरीजों के उपचार हेतु बेड की संख्या लगभग 20 हजार हो जायेगी। उन्होंने कहा कि अलग-अलग जनपदों के कोविड मरीजों की पूलिंग करके मण्डल स्तर पर किसी एक ही चिकित्सालय पर उनका उपचार कराया जाय जिससे मरीजों के उपचार में लगे चिकित्सकों एवं अन्य संसाधनों का समुचित सदुपयोग सुनिश्चित किया जा सके। इस सम्बंध में मण्डलायुक्तों को निर्देश जारी कर दिये गयेे हैं।
श्री प्रसाद ने बताया कि अब तक की रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश में 0-20 आयु वर्ग के 16 प्रतिशत, 21-40 आयु वर्ग के 44 प्रतिशत, 41-60 आयुवर्ग के 27 प्रतिशत और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 13 प्रतिशत कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिले हैं। उन्होंने बताया कि जिन जनपदों में एक भी केस उजागर नहीं हुआ है वहां भी निरन्तर सेनेटाइजेशन की कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। सभी कोविड अस्पतालों एवं मेडिकल काॅलेजों में दवाओं, रक्षा रसायन एवं सुरक्षा उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित कर दी गई है, कहीं भी संसाधनों की कोई कमी नहीं है।  
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने यह भी बताया कि कोविड-19 को लेकर टेस्टिंग सुविधा को बढ़ाते हुए शीघ्रातिशीघ्र चिकित्सा एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। टेस्टिंग सुविधा के लिए कुल 10 मेडिकल काॅलेज एवं संस्थानों को उच्चीकृत किया जायेगा। इसी क्रम में 14 नये मेडिकल काॅलेजों में भी टेस्टिंग सुविधा शुरू की जायेगी। उन्होंने बताया कि 06 मण्डल मुख्यालय ऐसे हैं, जहां राजकीय मेडिकल काॅलेज नहीं हैं। ऐसे मण्डल मुख्यालयों-मुरादाबाद, बरेली, गोण्डा, मिर्जापुर, वाराणसी एवं अलीगढ़ के जिला चिकित्सालयों में टेस्टिंग लैब स्थापित की जायेगी। नये टेस्टिंग लैब की स्थापना पर संभावित व्यय का वहन कोविड केयर फण्ड से किया जायेगा।


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