पुलिस विभाग ने प्रदेश में 7177 लोगों के विरूद्ध धारा 188 के तहत दर्ज कीएफआईआर, अब तक कुल 16364 लोग किये गये गिरफ्तार !


श्री अवस्थी ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में 7177 लोगों के विरूद्ध धारा 188 के तहत एफआईआर दर्ज की गई। अब तक कुल 16364 लोग गिरफ्तार किये गये। प्रदेश में कुल 5263 बैरियर व नाके स्थापित किये गये हैं तथा अब तक 881195 वाहनों  की सघन चेकिंग में 13927 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 36757393 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आकस्मिक सेवाओं हेतु कुल 46392 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि आवश्यक वस्तु अधिनियम के अन्तर्गत जमाखोरी एवं कालाबाजारी करने वाले 105 लोगों के विरूद्ध 72 एफआईआर पंजीकृत किये गये, जिसमें 41 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमत्री हेल्पलाइन 1076 के माध्यम से 53495 ग्राम प्रधानों तथा 278 पार्षदों से संपर्क किया गया तथा 33327 शिकायतों को निस्तारित भी किया गया। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में अब तक 947 एएनएम एवं 1458 आशाओं से सम्पर्क कर उनको अवगत कराया गया कि वे अपने क्षेत्र में भ्रमण करें और बाहर से आये व्यक्तियों या संदिग्ध कोरोना पीड़ितों की जानकारी एकत्र करें तथा अपने कार्यक्षेत्र में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव व रोकथाम हेतु जागरूक भी करें। 

उन्होंने बताया कि 01 अप्रैल से निःशुल्क खाद्यान्न वितरण प्रारम्भ कर दिया गया है, निःशुल्क श्रेणी के अन्तर्गत 9428700 राशन कार्ड (अन्त्योदय की संख्या सहित) के सापेक्ष 704591 कार्डों पर खाद्यान्न का वितरण किया गया है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में प्रचलित कुल 35091901 राशन कार्ड धारकों के सापेक्ष 11125006 कार्डों पर खाद्यान्न का वितरण किया गया है। इसी क्रम में प्रदेश में 2442 धार्मिक एवं स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा कुल 606996 लोगों को फूड पैकेट्स उपलब्ध कराये गये। उन्होंने यह भी कहा कि नगर निगम एवं नगर पालिका के माध्यम से भी फूड पैकैट्स का वितरण सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने बताया कि प्रदेश में डोर-स्टेप-डिलीवरी व्यवस्था के अन्तर्गत 19544 स्टोर क्रियाशील हैं, जिनके माध्यम से 45109 डिलीवरी मैन आवश्यक सामग्री निरंतर पहुंचा रहे हैं। 

श्री अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की श्रमिक भरण-पोषण योजना के तहत अब तक 10.19 लाख भवन निर्माण श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार रूपए की धनराशि आरटीजीएस के माध्यम से भेजी गई है। इसके अतिरिक्त नगरीय क्षेत्र के 46182 श्रमिकों को भी एक-एक हजार रूपए की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश की 19180 फैक्ट्री से सम्पर्क किया गया, जिनमें 16142 द्वारा अपने श्रमिकों को वेतन का वितरण कर दिया गया है। प्रदेश की पर्सनल प्रोटैक्टिव इक्यूपमेन्ट्स व मास्क निर्माण की 33 इकाईयों में से 31 इकाई क्रियाशील हैं, शेष 02 इकाईयों को शीघ्र ही क्रियाशील कर दिया जायेगा, जबकि सेनेटाइजर की 66 में से 59 इकाईयां कार्य कर रही हैं। प्रदेश में मेडिकल इक्युपमेंट एवं दवा निर्माण आदि से सम्बंंिधत 452 इकाईयों में से 410 इकाईयां कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आटा की पर्याप्त सप्लाई बनाये रखने के लिए 587 मिलों का संचालन किया जा रहा है, इसके साथ ही 277 तेल मिल एवं 114 दाल मिल का भी संचालन हो रहा है। 

श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेशवासियों को आवश्यक वस्तुओं की किसी भी प्रकार की कमी न हो, फल एवं सब्जी उपलब्ध कराये जाने के लिए कुल 37114 वाहनों की व्यवस्था की गयी है। इसी क्रम में कुल 39.60 लाख लीटर दूध उपार्जन के सापेक्ष 26.86 लाख लीटर दूध का वितरण 17528 डिलीवरी वैन के माध्यम से किया गया है

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