15 मई से सभी राशन कार्डधारकों को मिलेगा प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल निःशुल्क


खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा ब्व्टप्क् महामारी की विषम परिस्थियों में लाकडाउन से प्रभावित श्रमिकों, दैनिक मजदूरों तथा अन्य राज्यों में प्रवासी उत्तर प्रदेश के निवासियों की विशेष सुविधा हेतु भारत सरकार की ‘‘व्दम छंजपवद व्दम ब्ंतक ’’योजना के तहत राष्ट्रीय राशन पोर्टबिलिटी की शुरुआत 1 मई 2020 से की गयी  है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश का कोई लाभार्थी अन्य राज्य से तथा अन्य राज्य का कोई भी लाभार्थी उत्तर प्रदेश से NFS। के तहत बने किसी भी राशन कार्ड की राशन संख्या मात्र बताकर राशन ले सकता है।यह सुविधा आधार आधारित वितरण एवं पिछले 6 माह से सक्रिय राशन कार्डों पर ही होगी। 

फिलहाल उत्तर प्रदेश सहित 16 राज्य (आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, त्रिपुरा, बिहार, पंजाब, हिमाचल प्रदेश) तथा केंद्रशासित प्रदेश दादरा नगर हवेली के लाभार्थी आपस में राशन पोर्टबिलिटी का लाभ उठा सकेंगे। प्रवासी मजदूरों को इस योजना का विशेष लाभ मिलेगा।

02 मई 2020 तक 86,989 अंतः जनपदीय, 7059 अंतरजनपदीय लाभार्थियों ने राज्य स्तरीय पोर्टबिलिटी का लाभ उठाया। एक उत्तर प्रदेश के लाभार्थि ने राष्ट्रीय राशन पोर्टबिलिटी का लाभ उठाते हुए कर्नाटक से राशन उठाया। 01 मई से सामान्य वितरण साइकल में गेहूँ और चावल दोनों वितरित हो रहा है। 02 मई 2020 तक 51.33 लाख परिवारों के 2.16 करोड़ लोगों को 125940 डज् राशन वितरण हुआ। अब तक 86 लाख परिवारों के 3.64 करोड़ लोगों को 2.12 लाख डज् राशन दिया गया। कुल लक्षित वितरण का करीब 27 प्रतिशत वितरण हुआ। अंत्योदय कार्डधारकों, श्रमिकों/मजदूरों हेतु वितरण निःशुल्क हो रहा है। कुल वितरण का 27 प्रतिशत निःशुल्क वितरण हुआ।

15 मई से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत निःशुल्क वितरण शुरू किया गया जाएगा जिसमें सभी कार्डधारकों को उनके राशन कार्ड में दर्ज सदस्यों के आधार पर प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल निःशुल्क दिया जाएगा। कोरोना की विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखकर अब तक करीब 4.24 लाख नए राशन कार्ड बनाए गए ताकि मजदूर/नरेगा श्रमिक तथा अन्य जरूरतमंद को राशन मिल सके। दिव्यांग,निशक्त जनों तथा हाट्स्पाट में कम्प्लीट लाकडाउन की स्थिति में राशन की होम डिलीवरी की जा रही है।

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