गन्ने की फसल के लिए विनाशकारी है फॉल आर्मीवर्म कीट
प्रदेश के आयुक्त,गन्ना एवं चीनी श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया की गन्ने की फसल में एक नये कीट फाॅल आर्मीवर्म का प्रकोप हॉल ही में प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्रों में देखने को मिला है। यह कीट मुख्य रुप से अमेरिकी मूल का विनाशकारी कीट है और मुख्य रुप से मक्के की फसल को नुकसान पहुॅचाता है परन्तु मक्का फसल की अनुपलब्धता की दशा में यह गन्ना, ज्वार एवं अन्य फसलों पर आक्रमण करता है। अपने देश में गन्ने की फसल में इस कीट का प्रकोप सर्वप्रथम तमिलनाडु राज्य में देखा गया है। उन्होंने यह भी बताया की विभाग के सभी अधिकारियों को गन्ने की फसल का सतत् निरीक्षण करने तथा तत्काल फॉल आर्मीवर्म कीट की प्रभावी रोकथाम करने के निर्देश जारी किये है
गन्ना विकास विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुसार यह कीट मुख्य रूप से मक्के की फसल के लिये घातक है लेकिन गन्ने की फसल की बढ़वार के समय गन्ने की पत्तियों एवं सेन्ट्रल शूट पर इसका प्रभाव अधिक होता है जिससे गन्ने की बढ़वार प्रभावित होती है। गन्ने की फसल के साथ-साथ मक्का, ज्वार एवं धान की फसलों का नियमित निरीक्षण कर इसकी उपस्थिति को पहचान करने तथा गन्ना कृषकों को इस कीट के लक्षणों की पहचान करने के संबंध में जागरूक करने हेतु फील्ड स्टाफ को निर्देश दिये गये हैं।
विशेषज्ञों द्वारा किसी क्षेत्र विशेष में इस कीट की उपस्थिति परिलक्षित होने पर प्रभावित पौधो को नष्ट करने, जमीन की गुड़ाई करने तथा इस क्षेत्र का गन्ना बीज, बुवाई हेतु प्रयोग में न लाने की सलाह दी गई है। इस कीट के प्रभाव के आरम्भिक चरण में नीम के तेल का प्रयोग कर अंडे देने की प्रक्रिया और लार्वा पोषण को रोका जा सकता है। इस कीट का प्रकोप होने पर क्लोरपाइरोफास एवं मोनोक्रोटोफास दवा का 2 से 3 मिली. प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करने की सलाह दी गई है।