इन करोना योद्धाओं का कब होगा सम्मान

पी एम सी एम से एक करोना योद्धा की मार्मिक अपील



आदरणीय प्रधानमंत्री जी एवम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से आज मैं एक सवाल , देश का नागरिक एवम बतौर एक आउट सोर्सिंग स्टाफ नर्स जिला अस्पताल मिर्ज़ापुर के रूप में पूछना चाहता हूँ की महोदय जब से भारत एवम दुनिया में कोरोना  नामक वायरस का संक्रमण फैला है तब से हमारे देश मे उसे रोकने के लिए लॉकडाउन कर दिया गया एवम समस्त नागरिकों को अपने घरों में रहने की चेतावनी दी गई और उनको यह भी कहा गया कि आप लोग घर से बाहर जायेगे तो आपको कोरोना हो सकता है इसलिए आप सब अपने परिवार के साथ रहे । सभी अन्य विभाग के सरकारी कर्मचारी एवम प्राइवेट कर्मचारियों को यहाँ तक कहाँ गया कि आप सभी लोग अपने घर में रहे आप को सेलरी समय से मिलती रहेगी इसकी सरकार गारन्टी लेती है और स्वाथ्य विभाग के कर्मचारियों के जिम्मे पूरा देश छोड़ दिया गया। और कहा गया कि ये लोग भगवान हैं,यह इस न दिखाई देने वाले दुश्मन से लड़ेंगे अगर संक्रमण हो गया और मर जायेंगे तो इन्हें 50 लाख रुपये दे दिया जाएगा ।उसके बाद भी आप अपनी तरफ से हर इंटरब्यू में लास्ट यह अवश्य कहते हैं कि ये कोरोना योद्धा है ,ये भगवान है,फिर आप पूरे देश मे थाली बजाकर ,दिया जला कर, हवाई जहाज़ से फूलों की वर्षा कराके हम कर्मचारियों का बीच मनोबल बढाते रहते हैं लेकिन कभी आप ने सोचा कि इन कर्मचारियों का भी परिवार है यह लोग भी पल पल हम लोग की जिंदगी की सलामती की दुआ मांगते है क्यों न इन कर्मचारियों को एक अलग श्रेणी में रखकर इनका (रेगुलर/संविदा/ऑउट सोर्सिंग सभी का )वेतन जितना पाते है उससे दो गुना कर दे या संविदा /आउट सोर्स वालों को परमानेंट कर दें या समान वेतन जो कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है उसे ही लागू कर दें और इन लोगों की तरफ कोई और अब तक जायज मांग की गई हो तो उसे पूरा कर दें ,लेकिन आप लोगों ने कुछ भी नही किया बस हमारी भावनाओं से खेलते रहे मैं खुद एक आउट सोर्सिंग स्टाफ नर्स हूं। पूरे प्रदेश के 51 जिलाअस्पतालों में uphssp के माध्यम से लगभग 5000 कर्मचारियों की नियुक्ति आज से 4 -5 वर्ष पूर्व किया गया था लेकिन आप के द्वारा 1 वर्ष पूर्व uphssp को बंद कर दिया गया और इतने दिन में 4 -5 बार हम लोगो को आप के अधिकारियों द्वारा बेरोजगार करने की कोशिश की गई जिसमें इसी वर्ष जनवरी माह से 15 मार्च तक घर बिठा दिया गया लेकिन जैसे ही महामारी आई ‌सरकार द्वारा आनन फानन में ड्यूटी पर बुला लिया गया जबकि 4 वर्षों में हम uphssp के कर्मचारी आप से आपके समस्त अधिकारियों से 50 बार मिल चुके हैं एवम लिखित में समस्त जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक को अवगत कराया जा चुका है । शाशन द्वारा न ही nhm में न ही विभागीय समायोजन पर कोई भी विचार नही किया गया ऐसा क्यों?
अगर कोई भी uphssp के माध्यम से तैनात कर्मचारी इस संक्रमण से मर गया तो क्या आप उनके जीवन को वापस देगे?
क्या इस बात की गारण्टी है आप के पास आगे से इन कर्मचारियों नहीं निकाला जाएगा?
क्या हम लोगो केवल झूठा शान एवम आन बान एवम हमारी भवनाओं के सहारे या मजबूरियों का फायदा नही उठाया जा रहा ?
हम तो up के मेडिकल बेरोजगार है माननीय हम मजबूर है रोजी रोटी के लिए भूखे मरने की बजाय  15000 महीने की नॉकरी के लिए कोरोना ड्यूटी क्या जितनी भी खतरनाक काम हो करवा लीजिये मन बहुत दुखी होता है कि uphssp में नर्सिंग 90 प्रतिशत लड़कियां काम करती है फिर भी आप लोगो के द्वारा कोई भी ठोस कदम हम लोगो के जॉब को लेकर नही उठाया जा रहा है 
बहुत ही अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि हम लोगो को कोरोना योद्धा तो आप के द्वारा बना दिया गया  लेकिन क्या बार्डर पर शहीद होने वाले सैनिक जितनी सुविधा हमे दे पाएंगे ? कभी नही उनका तो जिओ बना हुआ है, हमारे लिए कोई शासनादेश नहीं । सिर्फ फूल मालाओं से स्वागत करके कितना जोश भरेंगे सरकार? अगर जोश भरना ही है तो हम uphssp आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारियों की जॉब को सुरक्षित कीजिये । हमने up में 51 जिला अस्पतालों में 5 वर्षों से अपनी योग्यता एवं मेहनत के बल पर काफी हद तक सुधार किया है जिसका प्रमाण आप वहाँ के मीडिया,स्थानीय नागरिकों एवम अधिकारियों से पूछ कर प्राप्त कर सकते हैं।
रही बात देशभक्ति तो वह हम uphssp कर्मचारियों में कूट कूट कर भरी है ।एक बात आपको और बताना चाहता हूँ कि अगर सीमा से हमारे जवान एक बार हट जायें तो भारत मां का प्रत्येक नागरिक  जवान है दुश्मन को अंदर आने से पहले हमारे नागरिक दुश्मन देश नक्से से मिटा देंगे।लेकिन अगर मेरा स्वास्थ्य विभाग , डॉक्टर एवम कर्मचारी ड्यूटी से हट जायें तो इस संक्रमण से पूरा देश समशान बन जायेगा बचेगे तो हम लोग भी नहीं लेकिन आप इनका कोई विकल्प नहीं ढूढ पाएंगे ।इसलिए हम कर्मचारियों पर सच्ची कृपा दृष्टि कीजिये हमारी मांग है कि स्वास्थ्य विभाग के रेगुलर कर्मचारियों का वेतनतन दोगुना कीजिये संविदा एवम uphssp कर्मचारियों को परमानेंट कीजिये या सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार समान वेतनतन देने की कृपा करें।
यह बात हम कर्मचारियों के अंतर्मन की ब्यथा है यह बात लोगो को भड़काने के लिए नही बल्कि सच्चाई है। आदरणीय प्रधानमंत्री एवं माननीय मुख्यमंत्री जी से निवेदन है कि हम सभी कर्मचारी आज इस देश की विकट परिस्थितियों में निःशुल्क काम करने के लिये तैयार है बस आप के द्वारा यह आश्वासन दे दिया जाय कि हम uphssp/संविदा लोगों की नौकरी पक्की कर दी जाएगी या कोई ठोस विकल्प निकाला जाएगा जिससे कि हम लोगों का शोषण न हो। 
    Uphssp   आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी उत्तर प्रदेश 
सूर्याभान स्टाफ नर्स     मिर्ज़ापुर


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मिर्च की फसल में पत्ती मरोड़ रोग व निदान

ब्राह्मण वंशावली

ब्रिटिश काल में भारत में किसानों की दशा