किसानों के हितों का रखें ध्यान

   उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि जिला सहकारी बैंकों द्वारा अल्पकालीन ऋण वितरण व सहकारी देयो की वसूली का कार्य किया जाये। पात्र किसानो को अल्पकालीन ऋण वितरण करते हुए लाभान्वित किया जाये।

     यह बातें श्री वर्मा ने आज विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में उ0प्र0कोआपरेटिव बैंक के माध्यम से जिला सहकारी बैंको को दिये जाने अल्पकालीन ऋण वितरण एवं वसूली, यू0पी0सी0बी0 के द्वारा ऋण वितरण एवं वसूली की समीक्षा के दौरान कहीं। उन्होने कहा कि किसानों के हितो को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जाना चाहिए। किसानों को ऋण वितरण में किसी भी प्रकार की समस्या नही होनी चाहिए और ऋण वितरण में किसानों को ऐसा नही महसूस हो कि उन्हे जिला सहकारी बैंक से ऋण प्राप्त करने में कोई समस्या हो रही है। उन्होने समीक्षा के दौरान कहा कि सहाकरी देयों की वसूली का कार्य भी नियमानुसार किया जाये इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए।

     श्री वर्मा ने समीक्षा के दौरान पाया कि जिला सहकारी बैंकों द्वारा स्वय सहायता समूह बनाये गये है जिन्हे रोजगार हेतु ऋण उपलब्ध कराया जाता है। जिस पर उन्होने यू0पी0सी0बी0 के प्रबन्ध निदेशक को निर्देश दिया कि जिला सहकारी बैंको द्वारा जो स्वय सहायता समूह बनाये गये है उनकी सूची तैयार की जाये और सभी स्वय सहायता समूह को क्रियाशील किया जाये। श्री वर्मा ने कहा कि जिन जिलो में जिला सहकारी बैंक नही है उन जिलों में यू0पी0सी0बी0 की शाखाये स्थापित करायी जायेगी जिससे उन जिलो के किसानों को ऋण प्रदान करते हुए लाभान्वित कराये जाने का प्रयास किया जायेगा।

श्री वर्मा ने कहा कि उ0प्र0 में सहकारी क्षेत्र के अन्तर्गत त्रिस्तरीय साख व्यवस्था में एपेक्स स्तर पर उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक, केन्द्रीय स्तर पर जिला सहकारी बैंक तथा न्याय पंचायत स्तर पर कृषि ऋण सहकारी समितियों द्वारा कृषकों एवं अन्य ग्राहकों को कृषि निवेश एवं अन्य सहवर्ती आर्थिक क्रियाकलापों हेतु साख सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होने कहा कि सहकारी समिति को बैंकिग सर्विस सेंटर के रूप में स्थापित किया जायेगा और इस सेवा केन्द्र पर डिजिटल अवास्थापना का विकास कर दूरस्थ गाॅवों में डोर-टू-डोर सेवाये उपलब्ध करायी जायेगी जिससे जहाॅ एक ओर वित्तीय समावेशन होगा तथा डिजिटल साक्षरता को बढावा मिलेगा वही दूसरी ओर समितियाॅ भी आर्थिक रूप से सश्रम एवं स्वाश्रयी होगी।

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