सेहत और ‌समृद्धि देती,अंजीर की खेती


अंजीर अत्यंत कम समय में फल देने तथा बहु उपयोगी होने के कारण यह फल  कृषकों में लोकप्रिय होता जा रहा है। अंजीर कैलशियम, रेशों व विटामिन ए, बी, सी से युक्त होता है। इसमें 83 प्रतिशत चीनी होने के कारण यह विश्व का सबसे मीठा फल है। डायबिटीज के रोगियों को दूसरे फलों की तुलना में अंजीर का सेवन खासतौर से लाभकारी होता है। अंजीर पोटैशियम का अच्छा स्रोत है, जो रक्तचाप और रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है। अंजीर में स्थित रेशे वजन को संतुलित रखते हुए मोटापे को कम रखते हैं साथ ही स्तन कैंसर और मेनोपॉज की तकलीफ़ों को दूर करने में मददगार पाए गए हैं। सूखे अंजीर में फेनोल, ओमेगा-३, ओमेगा-६ होता है। यह फैटी एसिड कोरोनरी हार्ट डिजीज के खतरे को कम करने में मदद करता है। अंजीर में कैल्शियम बहुत होता है, जो हड्डियों को मजबूत करने में सहायक होता है। अंजीर में पोटैशियम ज्यादा होता है और सोडियम कम होता है इसलिए यह उच्चरक्तचाप की समस्या से भी बचाता है। अंजीर के करने से मधुमेह, सर्दी-जुकाम, दमा और अपच जैसी तमाम व्याधियों में भी लाभ देखा गया है।


अब आवश्यकता है इस फल को अन्य जनपदों में इस फल के और प्रचार प्रसार की। किसानों को फल के विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाकर उपयोग करने के बारे में भी बताना होगा। इससे किसानों की आय को बढ़ाया जा सकता है साथ ही साथ मनुष्य के लिए स्वास्थ्यवर्धक होगा 


के वी के आज़मगढ़


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