बाढ़ आपदा से निपटने के लिए बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोण्डा, बाराबंकी व सीतापुर के तटबंधों पर लगा निगरानी कैम्प


 

उत्तर प्रदेश के जलशक्ति, सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियंत्रण, लघु सिंचाई, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति मंत्री डॉ0 महेंद्र सिंह ने माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश पर आज देवीपाटन मंडल के बहराइच, श्रावस्ती एवं गोंडा तथा बाराबंकी व सीतापुर के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया। इसके पूर्व उन्होंने जनपद बलरामपुर का भ्रमण कर बाढ़ से बचाव हेतु तटबन्धों पर कराये गये निर्माण कार्यों का मौके पर निरीक्षण किया और अधिकारियों को सम्भावित बाढ़ से बचाव के लिए सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए।

जनपद बलरामपुर के निरीक्षण के उपरान्त डा0 महेन्द्र सिंह ने सर्किट हाउस गोंडा में आयुक्त, डीआईजी, जिलाधिकारी व अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक करके जनपद गोंडा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में की गई तैयारियों, व्यवस्थाओं व कराए जा रहे कार्य आदि के संबंध में विस्तृत समीक्षा की।

बैठक में मंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष मानसून पहले आ गया है। इसके साथ ही लाॅक डाउन के बावजूद गोंडा जनपद में 3-4 महीने में  पूरे होने वाले कार्यों को एक से डेढ़ माह में त्वरित गति से पूरा करके सेफ जोन में लाया गया है। पूरे कार्य की वीडियोग्राफी कराते हुए पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य को संपन्न कराया जा रहा है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि अतिसंवेदनशील स्थानों पर कैंप लगाए जाएं और जनरेटर, इमरजेंसी लाइट, हाइलोजन तथा टॉर्च आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

बैठक में बताया गया कि इस वर्ष जिले में 800मिली0 बारिश हो चुकी है तथा गत वर्ष के 2 लाख 70 हजार क्यूसेेक वाटर डिस्चार्ज के सापेक्ष इस साल अब तक 3 लाख 22 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हुआ है। सभी बंधे अभी तक सुरक्षित हैं। टीकाकरण, खाद्यान्न, दवाओं आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इस वर्ष नदी में ड्रेजिंग कार्य करा कर नदी की धारा परिवर्तन का कार्य कराया गया है।

जलशक्ति मंत्री ने बैठक में इस बात पर विशेष ध्यान देने को कहा कि किसी भी दशा में जनहानि न होने पावे। उन्होंने सरयू परियोजना का कार्य शीघ्र पूर्ण कराने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आगामी दिसम्बर के अन्त तक परियोजना को पूरा किया जाए। बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि सरयू नहर परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण कार्य को शीघ्र ही पूर्ण कराकर परियोजना का कार्य पूर्ण करा लिया जाएगा। मंत्री जी ने आयुुक्त देवीपाटन मण्डल को निर्देश दिए कि बाढ़ से सम्बन्धित मण्डल के जनपदों की रोजाना की रिपोर्ट उन्हें उपलब्ध कराई जाए।

बैठक में अपर मुख्य सचिव सिचाई एवं जल संसाधन टी0 वेंकटेश ने कहा कि बाढ़ के 

दृष्टिगत कन्ट्रोल रूम की स्थापना की जाय और कन्ट्रोल रूम में रजिस्टर मेनटेन किया जाय। उन्होंने कहा कि देवीपाटन मण्डल बाढ़ की दृष्टि से अति संवेदनशील है, अतः वर्षा के समय विशेष सर्तकता व सक्रियता रखी जाय। उन्होंने कहा कि बाढ़ नियंत्रण कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

आयुक्त देवीपाटन ने बैठक में मा0 मंत्री जी को मण्डल के सभी जनपदों में स्थापित बाढ़ चैकियों तथा अन्य तैयारियों एवं व्यवस्थाओं से अवगत कराया। उन्होंने यह भी बताया कि मण्डल के किसी भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के किसी भी गांव में बाढ़ का पानी नहीं घुसा है। बाढ़ चैकियां सक्रिय हैं तथा राजस्वकर्मी चैकियों के माध्यम से लगातार निगरानी बनाए हुए हैं। 

बैठक में जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने बाढ़ से  सम्बन्धित की गई सभी तैयारियों के बारे में विस्तार से अवगत कराते हुए कहा कि बाढ़ से बचाव हेतु अन्तर्विभागीय बैठक नियमित रूप से हो रही है। जनपद के तरबगंज व करनैलगंज के सम्भावित बाढ़ क्षेत्रों में नाव, चारा आदि की व्यवस्था कर ली गई है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है। उन्होंने कहा कि बाढ़ या आपदा की स्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ की टीमें सतर्क हैं। बैठक में आयुक्त देवीपाटन मण्डल श्री महेन्द्र कुमार डीआईजी डा0 राकेश सिंह, डीएम डा0 नितिन बंसल, विधायक मेहनौन विनय द्विवेेदी, जिलाध्यक्ष सूर्य नारायण तिवारी सहित सिंचाई विभाग के अधिकारी व अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

जलशक्ति मंत्री ने आज सबसे पहले बलरामपुर जनपद में बाढ़ से बचाव कार्यों के निरीक्षण के उपरान्त संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। मौके पर मौजूद अधीक्षण अभियन्ता ने बताया कि बेलहा चरनगहिया तटबन्ध के निर्माण से दो गांवों की 55 हजार आबादी को सुरक्षित किया गया है। तटबन्ध पर अधिकांश कार्य पूरे हो गये हैं। शेष कार्यों को अतिशीघ्र पूरा करा लिया जायेगा।

भ्रमण के दौरान जलशक्ति मंत्री द्वारा राप्ती नदी की विधिवत पूजा अर्चना की। मंत्री ने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी नदियां मां के समान है और यह पूरी मानवता को जीवन प्रदान करती हैं इनकी निर्मलता एवं पवित्रता बनाये रखने के लिए सभी लोगों को जागरूक करना चाहिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि तटबंध के संवेदनशील स्थानों पर कैम्प लगाकर 24 घंटे निगरानी रखी जाय। उन्होंने बाढ़ से संवेदनशील स्थलों व तटबंधों पर सीसीटीवी कैमरे व ड्रोन कैमरे से नजर रखने की हिदायत दी। उन्होंने बाराबंकी तथा सीतापुर जनपदों का भी हवाई सर्वेक्षण करके बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।

डा0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री मा0 योगी आदित्यनाथ जी द्वारा निरन्तर तटबंधों की देखरेख व बाढ़ से बचाव कार्य पर नजर रखी जा रही है। मा0 मुख्यमंत्री जी का स्पष्ट निर्देश है कि बाढ़ से फसलों तथा जनधन की हानि किसी भी दशा में न होने पाए, इसके लिए संबंधित विभाग अपनी सभी तैयारियां समय से पूरी कर लें। सिंचाई विभाग तथा अन्य विभागों का यह नैतिक दायित्व है कि मा0 मुख्यमंत्री जी के संकल्पों पर खरा उतरें एवं बाढ़ और राहत कार्यों में किसी प्रकार की शिथिलता न होने दें।

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