विभागों ने उपलब्ध कराये लक्ष्य एवं उपलब्धि के अनन्तिम आंकड़े

अर्थ एवं संख्या प्रभाग, राज्य नियोजन संस्थान, उत्तर प्रदेश द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 के राज्य आय के अग्रिम अनुमान स्थिर (2011-12) एवं प्रचलित भावों पर जारी किये गये हैं। राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा उपलब्ध कराई गई रीति विधान का अनुसरण कर तथा दिनांक 07.01.2021 को जारी किये गये वर्ष 2020-21 के अखिल भारतीय प्रथम अग्रिम अनुमान के आकड़ों तथा प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा उपलब्ध कराये गये लक्ष्य एवं उपलब्धि के अनन्तिम आंकड़ों का प्रयोग कर तैयार किये गये हैं। 

यह जानकारी अर्थ एवं निदेशक ने दी हैै। उन्होंने बताया कि सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) तथा निवल राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) के वर्ष 2020-21 के अग्रिम अनुमान के भावों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में -6.4 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित की गयी है। वर्ष 2020-21 में स्थिर (2011-12) भावों पर सकल राज्य घरेलू मूल्य वर्धन (जीएसवीए) में प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक खण्डों की वृद्धि दर क्रमशः 3.7 प्रतिशत ,-8.0 प्रतिशत तथा -8.5 प्रतिशत अनुमानित हुई है। इस प्रकार प्राथमिक खण्ड में वृद्धि परिलक्षित हुई है। वर्ष 2020-21 में स्थिर (2011-12) भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) में -6.6 प्रतिशत की वृद्धि दर अनुमानित की गयी है।

निदेशक अर्थ एवं संख्या ने बताया कि प्रचलित भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) के संदर्भ में वर्ष 2020-21 की प्रतिव्यक्ति आय में -0.4 प्रतिशत की वृद्धि दृष्टिगोचर हुई है। इस प्रकार प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2019-20 में रू 65,704 से घटकर वर्ष 2020-21 में रू 65,431 आंकलित हुई। वर्ष 2020-21 में प्रचलित भावों पर सकल राज्य मूल्य वर्धन (जीएसवीए) का खण्डवार वितरण इस प्रकार है-(क) प्राथमिक खण्ड-27.5 प्रतिशत (ख) द्वितीयक खण्ड-23.6 प्रतिशत तथा (ग) तृतीयक खण्ड-48.9 प्रतिशत।
स्थिर भावों (2011-12) पर राज्य आय अनुमान बाजार मूल्यों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) वर्ष 2020-21 के अग्रिम अनुमानों के अनुसार स्थिर (2011-12) भावों पर प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद रू 10,92,624 करोड़ अनुमानित किया गया है जबकि वर्ष 2019-20 के त्वरित अनुमानों के अनुसार सकल राज्य घरेलू उत्पाद रू 11,66,817 करोड़ आंकलित किया गया था। इस प्रकार वर्ष 2020-21 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद में -6.4 प्रतिशत की वृद्धि दर परिलक्षित हुई है। बुनियादी मूल्यों पर सकल राज्य मूल्यवर्धन (जीएसवीए) वर्ष 2020-21 में स्थिर (2011-12) भावों पर सकल राज्य मूल्यवर्धन रू 10,38,868 करोड़ अनुमानित किया गया है जबकि वर्ष 2019-20 के त्वरित अनुमानों के अनुसार सकल राज्य मूल्य वर्धन रू 11,00,186 करोड़ आंकलित किया गया था। इस प्रकार वर्ष 2020-21 में सकल राज्य मूल्य वर्धन में -5.6 प्रतिशत की वृद्धि दर परिलक्षित हुई है। वर्ष 2020-21 के अग्रिम अनुमानों के अनुसार सकल राज्य मूल्यवर्धन में प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक खण्डों की वृद्धि दर क्रमशः 3.7 प्रतिशत, -8.0 प्रतिशत तथा -8.5 प्रतिशत रही है।
 उद्योगवार विश्लेषण कृषि एवं पशुपालन कृषि उपखण्ड के अनुमान मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के कृषि निदेशालय द्वारा उपलब्ध कराये गये फसलवार क्षेत्रफल तथा उत्पादन के वर्ष 2020-21 के द्वितीय अग्रिम अनुमानों के आकड़ों एवं उद्यान निदेशालय द्वारा उपलब्ध कराये गये क्षेत्रफल तथा उत्पादन के वर्ष 2020-21 के प्रथम अग्रिम अनुमानों का प्रयोग कर तैयार किये गये है। प्रदेश के सकल राज्य मूल्य वर्धन में फसल उपखण्ड के अन्र्तगत वर्ष 2020-21 में 5.1 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित हुई है। पशुपालन उपखण्ड के अनुमान मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के पशुपालन विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये दूध, अण्डा तथा ऊन के उत्पादन के आकड़ों का प्रयोग कर तैयार किये गये हैं। प्रदेश के सकल राज्य मूल्य वर्धन में पशुपालन उपखण्ड के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित हुई है।
उद्योग खण्ड के अनुमान मुख्य रूप से राज्य के थोक भाव सूचकांक एवं औद्योगिक उत्पादन सूचकांक का प्रयोग कर तैयार किये गये हैं। प्रदेश के सकल राज्य मूल्य वर्धन में विनिर्माण उपखण्ड के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में -5.6 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित हुई है। सेवा खण्ड प्रदेश के सकल राज्य मूल्य वर्धन में सेवा उपखण्ड के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में -8.5 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित हुई है। सेवा खण्ड के अनुमान मुख्य रूप से ऑलइण्डिया ग्रोथ तथा उपभोक्ता भाव सूचकांक (विविध) का प्रयोग कर तैयार किये गये हैं। बाजार मूल्यों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) वर्ष 2020-21 में प्रदेश का निवल राज्य घरेलू उत्पाद रू 9,48,199 करोड़ अनुमानित किया गया है जबकि वर्ष 2019-20 के त्वरित अनुमानों के अनुसार निवल राज्य घरेलू उत्पाद रू 10,15,735 करोड़ आंकलित किया गया था। इस प्रकार वर्ष 2019-20 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद में -6.6 प्रतिशत की वृद्धि दर परिलक्षित हुई है। प्रचलित भावों पर राज्य आय अनुमान बाजार मूल्यों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) वर्ष 2020-21 में प्रचलित भावों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद रू 17,05,593 करोड़ अनुमानित किया गया है। बुनियादी मूल्यों पर सकल राज्य मूल्यवर्धन (जीएसवीए) वर्ष 2020-21 में प्रचलित भावों पर सकल राज्य मूल्यवर्धन रू 15,42,137 करोड़ अनुमानित किया गया है।
वर्ष 2020-21 के अग्रिम अनुमानों के अनुसार प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक खण्डों का सकल राज्य मूल्यवर्धन क्रमशः रू 4,23,423 करोड़, रू 3,64,408 करोड़ तथा  रू 7,54,306 करोड़ अनुमानित किया गया है। बाजार मूल्यों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) वर्ष 2020-21 में प्रदेश का निवल राज्य घरेलू उत्पाद रू 15,12,348 करोड़ अनुमानित किया गया है। प्रतिव्यक्ति आय प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय (प्रचलित भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद के सन्दर्भ में) वर्ष 2019-20 में रू 65,704 तथा वर्ष 2020-21 में रू 65,431 अनुमानित की गई है, जो गत वर्ष की तुलना में -0.4 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। नये आधार वर्ष 2011-12 पर प्रदेश के वर्ष 2020-21 के अग्रिम अनुमान के सकल एवं निवल राज्य घरेलू उत्पाद प्रचलित एवं स्थिर (2011-12) भावों पर, वार्षिक वृद्धि दर एवं प्रति व्यक्ति आय अनुमानित है।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ब्राह्मण वंशावली

मिर्च की फसल में पत्ती मरोड़ रोग व निदान

ब्रिटिश काल में भारत में किसानों की दशा