एक और तूफान की बन रही भूमिका

मौसम विज्ञान विभाग (IMD)ने बताया बंगाल की खाड़ी में हवा के दबाव से 22 मई या उसके बाद जो स्थितियां पैदा होंगी वे अगले 72 घंटों में तूफान का रूप ले सकती हैं। दक्षिण पूर्वी मानसून 21 मई तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी में पहुंचने वाला है।

देश के पश्चिमी तट पर टाक्टे तूफान की तबाही के बाद अब पूर्वी तट पर एक नए तूफान की आहट सुनाई दे रही है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार उत्तरी अंडमान सागर और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में 22 मई तक बनने वाले हवा के दबाव के कारण एक और तूफान आकार ले सकता है। अगर ऐसा होता है तो 26 से 27 मई तक यह तूफान ओडिशा और बंगाल के तटवर्ती इलाकों में कहर बरपा सकता है। उत्तरी अंडमान सागर व बंगाल की खाड़ी में हवा के दबाव से बन रहे आसार। मौसम विज्ञान विभाग के तूफान चेतावनी विभाग ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी में हवा के दबाव से 22 मई या उसके बाद जो स्थितियां पैदा होंगी वे अगले 72 घंटों में तूफान का रूप ले सकती हैं। विभाग के अनुसार दक्षिण पूर्वी मानसून 21 मई तक दक्षिण अंडमान सागर और दक्षिण बंगाल की खाड़ी में पहुंचने वाला है। इन दोनों घटनाओं के अलावा मौसम संबंधी कुछ अन्य परिवर्तनों से 22 मई को पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर में निम्न वायु दाब की स्थिति बन रही है। इसके प्रभाव से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 22 से 23 मई के बीच हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं कुछ स्थानों बहुत तेज बारिश की संभावना है।वहीं ओडिशा, बंगाल, असम, मेघालय में 25 मई की शाम से कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी। कुछ दूर दराज के स्थानों पर तेज बारिश भी हो सकती है। उल्लेखनीय है अप्रैल-मई में प्री मानसून बारिश के दौरान देश के पूर्वी और चंद्र चंद्र शेखर आज़ाद यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डI यस एन सुनीलपाण्डेय ने बतायाकी तट पर अक्सर समुद्री तूफान आते हैं। बीते साल इसी दौरान पूर्वी तट पर सुपर साइक्लोन अंफन और पश्चिमी तट पर गंभीर श्रेणी का तूफान निसर्ग कहर बरपा चुके हैं।

कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है, बंगाल, ओडिशा होंगे प्रभावित

उत्तर अंडमान सागर और बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी में 22 मई को कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है जो चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है. मौसम विज्ञान विज्ञानीने बताया  यह उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ सकता है और 26 मई की शाम तक पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटों तक पहुंच सकता है. 22 मई को बनने वाला कम दबाव का क्षेत्र अगले 72 घंटे में चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में 25 मई से हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है. डॉक्टर पाण्डेय ने कहा कि इसके बाद बारिश तेज होगी और दक्षिण बंगाल के जिलों में बारिश में तेजी आ सकती है.

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