वैज्ञानिक सलाहकार समिति की 18वीं बैठक की गई आयोजित
कृषि विज्ञान केंद्र धौरा उन्नाव के सभागार में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की 18वीं बैठक आयोजित की गई। इस बैठक के मुख्य अतिथि डा शैलेन्दृ कुमार राजन, निदेशक, भाकृअनुप- केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान रहमान खेड़ा लखनऊ एवं डॉ शांतनु दुबे प्रधान वैज्ञानिक क्षेत्र 3 भाकृअनुप-कृषि तकनीकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान अटारी कानपुर और श्री मोहित कुमार सिंह अध्यक्ष कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा उन्नाव की उपस्थिति में बैठक प्रारंभ की गई। इस बैठक में अतिरिक्त डॉ एस आर सिंह प्रधान वैज्ञानिक भाकृअनुप-केंद्रीय उपोष्ण बागवानी बागवानी संस्थान रहमान खेड़ा लखनऊ, डॉ मुकुल तिवारी उप कृषि निदेशक उन्नाव, डॉ दामोदरन प्रभार निदेशक केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान लखनऊ, डॉ एस के झा प्रधान वैज्ञानिक केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान लखनऊ, डॉ मनोज कुमार तिवारी प्रधान वैज्ञानिक भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ , डॉ सुरेश सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं हेड कृषि विज्ञान केंद्र सीतापुर-1 श्री गुलाब चंद्र गुप्ता सलाहकार कृषि विभाग उन्नाव एवं प्रगतिशील कृषक श्री विकास त्रिपाठी, श्री रविंद्र पाल सिंह, श्री सीताराम लोधी, श्रीमती कमला देवी, श्री महेंद्र यादव, श्री जगदेव, श्री जुझार सिंह, श्री रज्जन,तथा केंद्र के सभी वैज्ञानिक गण एवं तकनीकी स्टाफ उपस्थित थे। बैठक की शुभारंभ गौ माता और भारत माता की फोटो के समक्ष दीप प्रज्वलन करके की गई। इस बैठक में कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा उन्नाव की वार्षिक प्रगति आख्या 2021 एवं वर्ष 2022 की कार्य योजना पर सभी वैज्ञानिकों के साथ विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। तदुपरांत इस कार्ययोजना के अनुमोदन हेतु सभी कृषकों से सुझाव मांगे गए जिसमें श्रीमती कमला देवी ने कृषक महिला स्वयं सहायता समूह बनाने की जरूरत बताई तथा श्री सीताराम ने नींबू एवं फलों की खेती से अधिक आय प्राप्त कर रहे हैं एवं आवारा पशुओं द्वारा फसल में होने वाली हानि की समस्या बतायी। इसके उपरांत डॉ शांतनु दुबे ने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की परंतु जितनी भी कार्य किए जा रहे हैं उनकी लागत लाभ अनुपात के आँकड़े भी इकट्ठे करने की जरूरत बतायी। डॉ एस राजन ने कृषि विज्ञान केंद्र को केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के साथ मिलकर विभिन्न तकनीकी को कृषको तक पहुंचाने हेतु पौधरोपण सामग्री आदि कृषि विज्ञान केंद्र को उपलब्ध कराकर वितरण कराने हेतु एवं सम्मिलित रूप से कार्य करने के लिए निर्देश दिया। दामोदरन ने मैराइन जिप्सम, ग्रोस्योर एवं फ्यूज क्रॉप आदि रिसर्च उत्पादों को अनुसूचित जाति के किसानों को देने हेतु उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। केंद्र के अध्यक्ष श्री मोहित कुमार सिंह जी ने मौसम परिवर्तन के विषय पर केंद्र द्वारा कार्य करने हेतु निर्देश दिया। अंत में कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं हेड डॉ एके सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। बैठक में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकगण डॉ अर्चना सिंह, श्रीमती रत्ना सहाय, डॉ धीरज कुमार तिवारी,इंजी रमेश चंद्र मौर्य, श्री सुनील सिंह, डा जय कुमार यादव, कार्यक्रम सहायक श्रीमती गीता, डा विनीता, श्री शांतनु, श्री अनुभव उपस्थित रहे।