किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में दुग्ध उत्पादन महत्वपूर्ण माध्यम
प्रदेश सरकार द्वारा दुग्ध सहकारितान्तर्गत भारतीय गोवंशीय पशुओं के पशुपालकों को प्रोत्साहित करने एवं दुग्ध उत्पादन में वृद्धि करने के उद्देश्य से दिये जाने वाले ‘नंद बाबा पुरस्कार’ वितरण समारोह आज यहां पशुपालन निदेशालय के सभागार में आयोजित किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के दुग्ध विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने जनपद-बाराबंकी की दुग्ध समिति लखौरा के श्री राम विलास वर्मा को राज्य स्तरीय पुरस्कार एवं 44 जिला स्तरीय नंद बाबा पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। राज्य स्तरीय पुरस्कार के रूप में जनपद स्तर के विजेताओं को मु0 21000/-रूपये एवं राज्य स्तर के विजेता को मु0 51000/- रूपये की धनराशि के अतिरिक्त नन्द बाबा के साथ दूध पीते हुए बछडे़ की पीतल की मूर्ति, प्रतीक चिन्ह के रूप में तथा प्रमाण-पत्र प्रदान किया।
दुग्ध विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि उ0प्र0 का पूरे देश में दुग्ध उत्पादन में प्रथम स्थान है लेकिन प्रति पशु दुग्ध उत्पादकता को बढ़ाये जाने पर और अधिक बल देना होगा। उन्होंने कहा कि किसानों की दोगुनी आय करने की दिशा में दुग्ध उत्पादन सर्वाधिक महत्वपूर्ण माध्यम है और अधिक से अधिक किसानों और पशुपालकों को दुग्ध विकास की विभिन्न योजनाओं से जोड़ते हुए दुग्ध उत्पादन में और अधिक वृद्धि करनी होगी। श्री चौधरी ने दुग्ध उत्पादकों के दुग्ध मूल्यों और कर्मचारियों के देयकों का ससमय भुगतान सुनिश्चित किये जाने की प्राथमिकता देने के निर्देश दिये।
श्री चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा वर्तमान समय में लगभग 07 लाख निराश्रित गोवंश के भरण-पोषण का कार्य किया जा रहा है। गाय केवल धार्मिक आस्था का ही विषय नहीं है बल्कि आर्थिक स्वावलम्बन का भी महत्वपूर्ण कारक है। इसलिए हमें गोपालन के महत्व को समझते हुए गौजन्य उत्पादों के लाभों के प्रति जागरूक होना होगा। उन्होंने कहा कि नंद बाबा पुरस्कार जैसे आयोजनों से दुग्ध उत्पादक, कृषक दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित होंगे और उनकी आय में वृद्धि होगी।
उल्लेखनीय है कि नंद बाबा पुरस्कार तीन स्तरो पर प्रदान किया जाता है पहला विकास खण्ड, दूसरा जनपद एवं तीसरा राज्य स्तरीय पुरस्कार। यह पुरस्कार ऐसे दुग्ध उत्पादक कृषको को प्रदान किया जाता है, जिन्होंने भारतीय गोवंश से उत्पादित सर्वाधिक दूध, जनपद में कार्यरत पंजीकृत दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के माध्यम से अपने दुग्ध संघ को दिया हो। वर्ष 2019-20 में प्रदेश में एक राज्य स्तरीय, 44 जिला स्तरीय एवं 83 विकास खण्ड स्तरीय कुल 128 लाभार्थियों को नन्द बाबा पुरस्कार वितरित किया गया है। जिसमें से 83 विकास खण्ड स्तरीय पुरस्कार, जनपदों में वितरित किया जा चुका है। आज इस समारोह में एक राज्य स्तरीय एवं 44 जिला स्तरीय पुरस्कार, नन्द बाबा पुरस्कार विजेताओं में वितरित किया गया है। राज्य स्तरीय पुरस्कार बिजेता, श्री राम बिलास वर्मा दुग्ध संघ, अयोध्या के जनपद-बाराबंकी की दुग्ध समिति लखौरा केेे रहने वाले है, जो वर्ष 2019-20 में भारतीय गोवंश से उत्पादित कुल 14494 किग्रा0 दूध अपनी समिति को आपूर्ति किये है। इसके साथ ही 44 जिला स्तरीय नन्द बाबा पुरस्कार विजेताओं में लखनऊ(6), मुरादाबाद(5), अयोध्या(4), कानपुर(4), मेरठ(4), फिरोजाबाद(3), गोरखपुर(3), अलीगढ़(2), बस्ती(2), झॉसी(2) विन्ध्याचल(2), मथुरा(1), बरेली(1), प्रयागराज(1), वाराणसी(1), देवीपटन(1) एवं मु0नगर(1) के विजेता सम्मिलित है। इस प्रकार 128 नन्द बाबा पुरस्कार विजेताओं को कुल रु0 29.99 लाख रूपये का पुरस्कार धनराशि के साथ प्रतीक चिन्ह एवं प्रमाण पत्र वितरित किया गया।
पुरस्कार वितरण समारोह में प्रमुख सचिव पशुधन, श्री सुधीर गर्ग ने कहा कि दुग्ध विकास विभाग द्वारा दुग्ध सहकारी समितियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देशी गायों को स्थानीय पर्यावरण के अनुकूल बढ़ावा देने, दूध प्रोसेसिंग की कमियों को दूर करने, किसानों को प्रशिक्षण देने एवं दुग्ध उत्पादन में नई तकनीक व नई जानकारी देने का कार्य विभाग द्वारा किया जा रहा है जिससे प्रति पशु दुग्ध उत्पादकता में वृद्धि होगी।