भारतीय ग्रामीण लोक कल्याण शिक्षा एवं स्वास्थ्य संस्थान ने किया सराहनीय कार्य


भारत रत्न लता मंगेशकर का 92 वर्ष की उम्र में निधन।नहीं रही  स्वरों की रानी लता मंगेशकर जी भारतीय ग्रामीण लोक कल्याण शिक्षा एवं स्वास्थ्य संस्थान के अध्यक्ष वा महाराजा देवी बक्श सिंह इंटर कॉलेज की पूर्व प्रधानाचार्य लियाकत अली जी ने श्रद्धांजलि सभा देते हुए कहा प्रसिद्ध गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर के शब्दों में जिस प्रकार एक ही पृथ्वी  एक ही  सूर्य एक ही चंद्रमा है उसी प्रकार एक ही लता है निसंदेह लता जी हम सब भारतीयों का गौरव थी  सर्वाधिक गीत गाने का रिकॉर्ड दर्ज कराने वाली लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को एमपी के इंदौर में एक मध्यम वर्गीय मराठा परिवार में हुआ था 1942 से 1948 तक फिल्म में अभिनय करके परिवार का पालन पोषण किया। वह पार्श्व गायिका के रूप में दृढ़ संकल्प और संगीत समर्पण सेवी निरंतर प्रेरित थी ऐमेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुर्बानी इस गीत को सुनकर तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु जी की आंखें भर आई थी।सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के 1979 ,भारत रत्न 2001

सहित तमाम पुरस्कार से सम्मानित आपके प्रेरक कथन,, यह इंसान के अंदर की भावनाएं उसके संगीत में गहरा प्रभाव डालती है,, मेरी  आवाज भगवान की देन हैं मैं एक शक्ति में विश्वास करती हूं, सभी धर्मों का सम्मान करती हूं, गायन के रूप में आपको अपनी अंतरात्मा को संगीत में लाना होगा। मैंने हमेशा जीवन से प्यार किया है चाहे मेरी यात्रा कितनी भी कठिन हो,, व्यक्ति जितना सच्चा होता है उतना ही वह महान होता है,, हर किसी को कैरियर के लिए पूरी तरह तैयार होना  चाहिए।स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर अब हमारे बीच नहीं रही लेकिन उनकी आवाज   हम सभी के दिल में हमेशा अमर रहेंगी इस पुण्य आत्मा को बारंबार नमन करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि दीया श्रद्धांजलि सभा में बाबू राम जी ,सात्विक मिश्रा, शौर्य कुमार पांडे,शिवम शर्मा, प्रदीप बवासकर काली पांडे , सूर्य प्रकाश पांडे, कंचन वर्मा,मोहम्मद आरिफ आदि उपस्थित रहे।

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