ट्रेनों के जनरल डिब्बों में पुरानी व्यवस्था बहाल
रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर पैसेंजर मार्केटिंग विपुल सिंघल ने सोमवार को कॉमर्शियल सर्कुलर जारी कर सभी चीफ कॉमर्शियल मैनेजर को यह जानकारी दी। पत्र में बताया गया है ट्रेनों में स्पेशल का टैग हटाने बाद पूर्व की तरह अनारक्षित बोगियों में भी पूर्ववत स्थिति को बहाल करने का निर्णय लिया गया है। पुरानी व्यवस्था की पुनर्बहाली किसी ट्रेन में अग्रिम आरक्षण अवधि खत्म होने के दिन से लागू होगी। मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में एडवांस बुकिंग की अवधि 120 दिन तय है। हालांकि पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि जिन ट्रेनों के अनारक्षित बोगियों में जिस तिथि से एडवांस बुकिंग नहीं है उन ट्रेनों में उसी तिथि से जनरल टिकट पर यात्रा की अनुमति दी जाएगी। ज्यादातर ट्रेनों में 15 दिन के बाद जनरल बोगियों में बुकिंग न के बराबर है। इसीलिए सम्भावना जताई जा रही कि इन ट्रेनों पर होली से पूर्व ही लोग साधारण टिकट लेकर यात्रा कर पाएंगे।
जोनल रेलवे ट्रेनवार समीक्षा
रेलवे बोर्ड के पत्र के बाद सभी जोनल रेलवे ट्रेनों में एडवांस बुकिंग की समीक्षा में जुट गया है। किस ट्रेन में कब से जनरल टिकट पर यात्रा शुरू होगी, इसका निर्धारण जोनल रेलवे को ही करना है। कोरोना की विपरीत परिस्थितियों के बीच एक जून 2020 से ट्रेनों को स्पेशल के रूप में पटरी पर चलाया जा रहा है। उसी समय से मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों की जनरल बोगियों में भी रिजर्वेशन की बाध्यता बहाल है। 22 मार्च 2020 के बाद द्वितीय श्रेणी के साधारण टिकट को फिर से आम आदमी के लिए सुगम बनाने का प्रयास शुरू किया गया है। फिलहाल वाराणसी-प्रतापगढ़, प्रतापगढ़-वाराणसी दो जोड़ी स्पेशल पैसेंजर ट्रेन वाराणसी-लखनऊ, लखनऊ-वाराणसी इंटरसिटी एक्सपर्ट के अलावा जनता एक्सप्रेस में पहले से ही जनरल टिकट पर यात्रा की अनुमति है।