जेलों में शुरू हुए गायत्री/महामृत्युंजय मंत्र
उत्तर प्रदेश के कारागर एवं होमगार्ड राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने कारागार मुख्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और विभागीय कार्यों एवं योजनाओं/परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी ली।
धर्मवीर प्रजापति ने जेलों में शुरू हुए गायत्री/महामृत्युंजय मंत्रों की फीडबैक भी अधिकारियों से मांगी। जेल अधीक्षकों/जेलरों ने बताया कि इसका सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है। पेशी के दौरान होने वाले झगड़ों में कमी के साथ कैदियों में अनुशासनात्मक सुधार परिलक्षित हो रहा है। बहुत से अन्य धर्मों के कैदियों ने नवरात्रि के व्रत रखे।
प्रजापति ने कहा कि हमारा यह प्रयास होगा कि विभिन्न जेलों में बंद कैदियों की सृजनात्मक प्रतिभाएं प्रकट होनी चाहिए। बहुत से कैदी शिल्पकारी, कढ़ाई कारी, बुनाई जैसी प्रतिभाओं से युक्त है। उनके द्वारा बने उत्पादों को मार्केट में बेचकर हम राजस्व की प्राप्ति कर सकते हैं। इसके लिए जो भी सकारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है, उस कदम को उठाया जाये। स्टॉल लगाकर या जेल प्रशासन की भूमि पर दुकानों की उचित व्यवस्था का प्रावधान करके ऐसे उत्पादों को लोगों तक पहुंचाया जायेगा।
धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि हमारा प्रयास है कि कैदी जेलों से बाहर जब आयें तो समाज में मैसेज जाये कि कैदी सुधरकर बाहर आ रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कैदियों का अनावश्यक उत्पीड़न न किया जाय। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जेलों के बाहर मिलने आने वालों के बैठने एवं पीने हेतु पानी की उचित व्यवस्था रखी जाय।
श्री प्रजापति ने अधिकारियों से विभागीय टोल फ्री नम्बर के विषय में जानकरी ली एवं उसे यथाशीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए एवं उस पर आने वाली शिकायतों व सुझावों से अवगत कराने के भी निर्देश दिए। जेलों में लगे कैमरों को आधुनिक किये जाने एवं नये कैमरों को लगाये जाने के भी निर्देश दिए।
धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले बन्दियों को सम्मानित करें। इससे उनका मनोबल बढ़ेगा एवं दूसरे कैदियों को इससे एक अच्छी साीख प्राप्त होगी। उन्होंने निर्माणाधीन जेलों के निरीक्षण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये।
राज्यमंत्री कारागार सुरेश राही ने विचाराधीन कैदियों की सूची बनाकर दिये जाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। साथ ही उन्होंने पर्ची बनाये जाने वाले जगह पर सी.सी.टी.वी. कैमरा लगाये जाने के निर्देश भी दिए।