04-05 वर्षों से एक ही पटल पर तैनात कार्मिकों का हो पटल परिवर्तन
उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री (सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियन्त्रण, परती भूमि विकास, लघु सिंचाई, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग)/प्रभारी मंत्री मुरादाबाद मण्डल श्री स्वतंत्र देव सिंह ने आज जनपद रामपुर भ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत सबसे पहले विकास भवन स्थित सभागार में पहॅुचकर सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की स्थिति के साथ-साथ जनपद में शान्ति एवं कानून व्यवस्था के दृष्टिगत अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
जलशक्ति मंत्री ने सरकार द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार की योजनाओं एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले में की गई प्रभावी कार्यवाहियों के बारे में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और मुख्य विकास अधिकारी से जानकारी प्राप्त की। जनपद में प्रत्येक व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं की पहॅुच सुनिश्चित कराने तथा उनकी जमीनी विवाद एवं अन्य विभिन्न प्रकार की समस्याओं के समाधान के लिए आयोजित किए जा रहे मुख्यमंत्री जनकल्याण शिविर के बारे में भी उन्होंने जिलाधिकारी से जानकारी प्राप्त की तथा कहा कि लगातार 4-5 वर्षों से एक ही पटल पर तैनात कार्मिकों का पटल परिवर्तन हो जाना चाहिए। जिले में आपराधिक मामलों पर प्रभावी कार्यवाही और कानून व्यवस्था के अनुपालन की स्थिति की समीक्षा के दौरान जल शक्ति मंत्री ने कहा कि आपराधिक तत्वों के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए कार्यवाही होनी चाहिए। जनपद में संचालित सभी थानों की स्थिति एवं वहॉ तैनात स्टाफ के बारे में भी पुलिस अधीक्षक से पूछा तथा कहा कि आमजन को न्याय मिले और दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही हो, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
श्री सिंह ने जनपद में जल संरक्षण की मुहिम के अन्तर्गत सैंजनी नदी के जीणोद्धार के लिए प्रशासनिक स्तर से शुरू कराए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जल संरक्षण के लिए हर जरूरी कदम उठाने के साथ-साथ नदी के तटीय क्षेत्रों में किसानों को भारी संख्या में पौध रोपण के लिए प्रोत्साहित किया जाय। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत नए समूहों का गठन और प्रशासनिक पहल ’’समूह से समृद्धि के बारे में भी मुख्य विकास अधिकारी ने जानकारी दी तथा बताया कि मशरूम उत्पादन, कुक्कूट पालन, प्रिंटिंग प्रेस, दोना पत्तल तैयार करना, मोमबत्ती तैयार करना आदि कार्य स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कर रही हैं तथा इन कार्यों से उनके जीवन स्तर में भी सुधार हो रहा है।
मंत्री ने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण के दृष्टिगत प्लास्टिक के प्रयोग को हतोत्साहित करें तथा डिस्पोजल के स्थान पर कुल्हड आदि को प्रोत्साहित किया जाय ताकि माटी कला से जुड़े लोगों को रोजगार के अवसर मिलें और पर्यावरण में हो रहे नुकसान को भी कम किया जा सके। उन्होंने जायका-ए-रामपुर को पीएम-स्वनिधि योजना से जोड़कर पराम्परागत खाद्य सामग्रियों को तैयार करने वाले लोगों के लिए स्ट्रीट वेन्डिग जोन तैयार करने की पहल की भी सराहना की। जिले में कुपोषण के उन्मूलन के लिए स्थानीय स्तर पर तैयार करायी गई पोषण किट के प्रयोग और उसके सकारात्मक परिणामों के बारे में भी जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी ने विस्तृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बताया कि कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में पोषण किट के प्रयोग से तीव्र अपेक्षित सुधार के दृष्टिगत पोषण किट उपलब्ध कराने के अभियान का एनीमिक किशोरी और गर्भवती महिलाओं तक विस्तार कर दिया गया है तथा इस पर होने वाला ग्रामीण क्षेत्रों में व्यय ग्राम पंचायत निधि से और शहरी क्षेत्रों में प्रोटेक्शन फण्ड से कराया जा रहा है। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रथम चरण में चयनित ग्रामों में भूमि की उपलब्धता के बारे में पूछताछ के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि चिन्हित सभी ग्रामों में भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जा चुकी है।
मंत्री जी ने कहा कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत निर्माण कार्यों में प्रयुक्त होने वाली सामग्री की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए, इसकी भी मॉनीटरिंग होनी चाहिए। उन्होंने जिले में विकसित कराए गए अमृत सरोवर के बारे में मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा मन की बात कार्यक्रम में सराहना करने पर सभी को शुभकामनाएं दी तथा कहा कि नेतृृत्व कर्ता यदि तपस्या और त्याग करने वाला हो तो अवश्य ही सकारात्मक परिणाम होते है। उन्होंने जल संरक्षण के महत्व के बारे में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि राष्ट्र और भविष्य के लिए नदी और तालाबों के संरक्षण के साथ-साथ आमजन को भावीपीढ़ी के लिए पानी के महत्व के बारे में जागरूक करना भी बेहद जरूरी है। मा0 प्रधानमंत्री जी और मा0 मुख्यमंत्री जी के नेतृृत्व में देश और प्रदेश लगातार उन्नति के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत जनकल्याण के लिए जो धनराशि भेजी जा रही है उसका लाभ पात्रता के आधार पर हर जरूरतमंद व्यक्ति को मिले तथा उसके जीवन स्तर में सुधार आए। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि सरकार की योजनाओं, उद्देश्यों एवं नीतियों को जमीनी स्तर पर लागू कराने में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित करें। एसडीएम, सीओ और बीडीओ सहित अन्य अधिकारी अपने कार्य स्थल पर ही रात्रि विश्राम करें, यह भी सुनिश्चित कराएं। जनपद के चिन्हित विद्यालयों में पराली से तैयार कराए गए मिड डे मिल शैड के बारे में जानकर उन्होंने सराहना की। जरूरतमंद दिव्यांगजनों को प्रदान किए जा रहे कृत्रिम अंगों के बारे में उन्होंने कहा कि आवश्यकता के अनुसार कोई भी दिव्यांग व्यक्ति कृत्रिम अंगों से वंचित न रहे। गन्ना मूल्य भुगतान और विद्युत आपूर्ति के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की तथा जरूरी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि अधिकारीगण यह सुनिश्चित करें कि नहरों का पानी टेल तक अनिवार्य रूप से पहॅुचे तथा किसानों को समय पर सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति होनी चाहिए। मिशन शक्ति के अंतर्गत पहले और दूसरे चरण में कराए गए अभिनव कार्यक्रमों के बारे में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा विस्तृत जानकारी दी गई जिस पर मा0 मंत्री जी ने तत्कालीन जिला प्रोबेशन अधिकारी के रूप में मिशन शक्ति अभियान को व्यापक स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री राजेश कुमार के कार्यों की सराहना की। उन्होंने खादी ग्रामोद्योग, उद्यम प्रोत्साहन, राशन वितरण, विद्युत आपूर्ति के साथ-साथ जिला प्रशासन की पहल के अन्तर्गत मिशन मुस्कान, मिशन समर्थ, सुपोषित रामपुर, केयर एण्ड प्रोटेक्शन फण्ड के क्रियान्वयन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त की।
बैठक में चेयरमैन पैक्सफेड श्री सूर्य प्रकाश पाल, विधायक मिलक श्रीमती राजबाला, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ख्यालीराम लोधी, एडीजी जोन बरेली श्री राजकुमार सहित अन्य अधिकारी गण मौजूद रहे।