खरीफ फसलों को मौसम का झटका

कम वर्षा के कारण उत्तर प्रदेश में खरीफ फसलों की बुआई पर बहुत ज्यादा दुष्प्रभाव पड़ा है। उत्तर प्रदेश कृषि निदेशालय के सांख्यिकी विभाग से प्राप्त आंकड़े बताते हैं कि राज्य में 26  जून 2022  तक  लक्ष्य के सापेक्ष मात्र ४.४३१प्रतिशत ही बुआई हुई है जिसमें सुगंधित धान की बुआई लक्ष्य का ४.३५९  प्रतिशत,संकर धान की बुआई लक्ष्य का २.६१८प्रतिशत और अन्य धान की बुआई लक्ष्य का ३.६१९  प्रतिशत ही हो पाई है।और  धान की कुल बुआई मात्र ५.६१९ प्रतिशत ही हो पाई है। 

इसी प्रकार मक्का की बुआई लक्ष्य का कुल २२.७१२ प्रतिशत ज्वार की बुआई लक्ष्य का कुल ५.५०० प्रतिशत, बाजरा की बुआई लक्ष्य का कुल ४.९१६ प्रतिशत,  अन्य मोटा अनाज की बुआई लक्ष्य का कुल १.२८७ प्रतिशत ही हो पाई है जब कि दलहनी फसलों में उर्द की बुआई लक्ष्य का कुल ३.१६५ प्रतिशत मूंग की बुआई लक्ष्य का कुल ३.१६० प्रतिशत , अरहर की बुआई लक्ष्य का कुल ११.५५९ प्रतिशत , मूंगफली की बुआई लक्ष्य का कुल ४.३९० प्रतिशत , सोयाबीन की बुआई लक्ष्य का कुल ० प्रतिशत ,तिल की बुआई लक्ष्य का कुल २.९६ प्रतिशत , और कुल औसत बुआई लक्ष्य का मात्र ६.०३१ प्रतिशत ही हो पाई है। बल्कि वर्षा की उम्मीद में धान की नर्सरी जरूर लक्ष्य का ८६.५६८ प्रतिशत तक पड़ी है ।

जबकि इसकी तुलना में गत वर्ष इसी अवधि में उर्दू की बुआई लक्ष्य का कुल ४५.९६२ प्रतिशत ,मूंग की बुआई लक्ष्य का कुल ३९.०० प्रतिशत , अरहर की बुआई लक्ष्य का कुल ६१.५०४ प्रतिशत , मूंगफली की बुआई लक्ष्य का कुल ११.०६६ प्रतिशत , सोयाबीन की बुआई लक्ष्य का कुल ०.०१४ प्रतिशत और तिल की बुआई लक्ष्य का कुल ६.०३१ प्रतिशत हुई थी।

जबकि इसकी तुलना में गत वर्ष इसी अवधि में सुगंधित धान की बुआई लक्ष्य का कुल ३९.८९० प्रतिशत जबकि इसकी तुलना में गत वर्ष इसी अवधि में संकर धान की बुआई लक्ष्य का कुल ३०.३३१ प्रतिशत हुई थी। मक्का की बुआई लक्ष्य का कुल १७.४९१ प्रतिशत हुई थी।की ज्वार की बुआई लक्ष्य का कुल ४६.२९१ प्रतिशत हुई थी और बाजरा की बुआई लक्ष्य का कुल १२.०० प्रतिशत हुई थी।

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