हेलो हेलो कौन राहुल जी बोले रहे हैं?

 हलो्

हेलो

कौन राहुल जी बोले रहे हैं? 

हां राहुल ही बोल रहा हूं। कौन?

कहां? बस्ती से

जी हां मगर आप कौन?

अरे अब तबियत कैसी है?

किसकी पिता जी की?

जी जी पिता जी की

अब आराम है, अस्पताल में भर्ती हैं।

इलाज ठीक से हो रहा है ? कोई दिक्कत तो नहीं? डाक्टर रोज देखते हैं?

जी जी जब राउंड पर आवत हैं तब देखते हैं।

औ दवाई वगैरह?

सब अस्पतालेन ते मिलि  जात है।

कौनो कौनो दवा तौ बाहर ते लेवे कां परत होई ?सगरी दवा तौ अस्पताल में मिलि न पावत होई?

अरे भाई सगरी दवा अस्पतालेन ते मिलि रही है। मुला ई तो बताओ आप कउन बोलि रहे हैं?हम पहिचानेन नाईं।एतना चिंता हमारु है तो कौनो रिश्तेदारै होइहौ ?

जी मैं बृजेश पाठक बोल रहा हूं, लखनऊ से। आप के बाबूजी की बीमारी के बारे में सुना तो सरकार को भी चिंता हुई, इसलिए हालचाल पूछ रहा था। अस्पताल मां कउनो दिक्कत तो बतायो

की है साहेब। फोन करै बदे बहुत बहुत धन्यवाद।

   यदि आपका कोई अपना बीमार है और अस्पताल में भर्ती है तो इस प्रकार का फोन आपके पास भी आ सकता है।

 दरअसल उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक प्रति दिन प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती १०मरीजों या उनके तीमारदार को फोन करके मरीज और स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्था अथवा शिकायतों का जायजा लेते हैं। इसके लिए वह "स्वास्थ्य आपका, संकल्प सरकार का" अभियान चला रहे हैं। प्रदेश सरकार के वह पहले ऐसे स्वास्थ्य मंत्री हैं जिन्होंने इतने कम समय में दर्जनों अस्पतालों का, बिना किसी तामझाम के दौरा करके,लाइन में लगकर स्वास्थ्य सेवाओं और अस्पताल की व्यवस्था का जायजा लिया है। बिना पहचान बताये अस्पताल पहुंच कर अस्पताल के अधिकारियों कर्मचारियों की हाजिरी ले रहे हैं।लाइन में खड़े होकर पर्चा बनवा रहे हैं।

वाकई में उनका काम बोल रहा है। अस्पतालों की व्यवस्था सुधर रही है। इसका अहसास अब जनता जनार्दन को भी होने लगा है।

     अपनी बाल्यावस्था में मैं अक्सर सुनता था कि चौधरी चरण सिंह वेशभूषा बदल कर आम आदमी के रूप में सरकारी कर्मचारियों के पास पहुंच जाते थे और कभी थाने में रिपोर्ट लिखाने लगते थे तो कभी पटवारी के पास पहुंच कर इंतखाब मांगने लगते थे। उनकी इस मुहिम दर्जनों कार्मिक नप गए थे और आज उसी कार्यशैली में प्रदेश उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक भी दिख रहे हैं और अपनी पहचान एक लोकप्रिय नेता के रूप में बनाने में कामयाब हो गए हैं।

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