आम महोत्सव में रंगीन प्रजातियों की धूम

अवध शिल्प ग्राम में आयोजित आम महोत्सव-2022 में  बागवानों एवं प्रतिभागियों के लिए तकनीकी सत्र में डा0 वी0बी0 द्विवेदी द्वारा दिनांक 4 से 7 जुलाई, 2022 तक शिल्प ग्राम में आयोजित आम महोत्सव में विभिन्न क्रिया-कलाप यथा-आम प्रदर्शनी, आम प्रतियोगिता, आम खास, आम चौक, आम बाजार, आम निर्यात, आम की विभिन्न प्रजातियों के कलमी फल-पौधों का ब्रिकय आदि के विषय में आगन्तुक बागवानों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी। तकनीकी सत्र के प्ररम्भ में श्री कृष्ण मोहन चौधरी, मुख्य उद्यान विशेषज्ञ के द्वारा आम बाग स्थापना हेतु रेखाकंन, उचित प्रजातियों का चयन और पौधों का  रोपण  तकनीकी देख-रेख, कटाई-छटाई, खाद एवं उर्वरकों का प्रयोग, सिंचाई, बागों का रख-रखाव, शस्य क्रियाएं एवं पोषण प्रबन्धन आदि के सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी।  

केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा से आये प्रधान वैज्ञानिक डा0 राम अवध राम के द्वारा आम फलोत्पादन में होने वाली समस्यायें एवं उसका प्रबन्धन, अफलत बागों की जीर्णोद्धार पर प्रकाश डालते हुये अवगत कराया गया। डा0 पी0के0 शुक्ल प्रधान वैज्ञानिक द्वारा आम के बाग में प्रमुख कीट एवं व्याधि के प्रबन्धन के बारे में कृषकों को तकनीकी जानकारी प्रदान की गयी। इसके साथ ही बागवान भाइयों द्वारा अपने अपने बाग में कीट एवं रोगों के नियंत्रण हेतु उठाये गये प्रश्नों के उत्तर दिये गये। श्री एस0 अप्पा राव, सी0ई0ओ0 मेसर्स फ्रूट टेक सैल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, विजयवाड़ा आन्ध्रप्रदेश के द्वारा बागों में आम के फलों बैगिंग तथा तुड़ाई करने के उपरान्त गुणवत्ता पूर्ण पैंकिग एवं निर्यात के विषय में तकनीकी जानकारी कृषकों को दी गयी। इसी के साथ-साथ आम की निर्यात योग किस्मों के उत्पादन एवं निर्यात की सम्भावनाओं पर भी कृषकों को जानकारी उपलब्ध करायी गयी। 
उल्लेखनीय है कि अवध शिल्प ग्राम में आयोजन के तीसरे दिन आम महोत्सव में लगभग 70 से अधिक प्रजातियों के पौध बिक्री, आम के विभिन्न किस्मों के फलों एवं आम आदि के प्रसंस्कृत उत्पादों आदि के 70 से अधिक दुकाने लगी हुयी हैं। जहां से दर्शकों द्वारा विभिन्न किस्मों में विशेषकर रंगीन प्रजातियों की खरीदारी 100 कुन्तल से अधिक हुई तथा लोगों द्वारा आम के विभिन्न प्रसंस्कृत उत्पादों का भी लुत्फ उठाया गया विशेषकर आम की आइसक्रीम, लस्सी एवं पल्प जूस आदि की बिक्री अधिक रही। महोत्सव में आम पल्पर मशीन एवं प्राकृतिक ढ़ग से आम पकाने का सिस्टम आर्कषण का केन्द्र रहें। देश की ड्रिप एवं स्प्रिंकलर निर्माता फर्माें/डीलरों द्वारा ड्रिप एवं स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली का प्रदर्शन भी आकर्षण का केन्द्र रहा। साथ ही महोत्सव में आम की विभिन्न प्रजातियों की प्रदर्शनी का अवलोकन हजारों लोगों द्वारा किया गया तथा आम की रंगीन विशिष्ट प्रजातियों के प्रति दर्शकों की काफी उत्सुकता देखी गयी। परिणाम स्वरूप राजकीय एवं निजी क्षेत्र के फल, पौध, बिक्री दुकानों से कलमी आम आदि के लगभग 5000 से अधिक पौधे बिक्री हुये। प्रदर्शनी में लोगों द्वारा फूड कोर्ट में विभिन्न प्रकार के आम के व्यंजन का आनन्द उठाया गया।  संस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। अन्त में डा0 वी0बी0 द्विवेदी द्वारा प्रदेश में आम उत्पादन, विपणन एवं निर्यात विकास की सम्भावनाओं पर विस्तार पूर्वक बागवान भाइयों को अवगत कराया गया तथा तकनीकी सत्र में पधारे सभी वैज्ञानिकों, प्रतिभागियों, कृषकों आदि का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
इस कार्यक्रम में तकनीकी भारतीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा लखनऊ, के डा0 राम अवध राम, प्रधान वैज्ञानिक, डा0 पी0 के0 शुक्ला, प्रधान वैज्ञानिक, हिग्सबाटम कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, नैनी, प्रयागराज के डा0 अतुल कुमार यादव, वैज्ञानिक, औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्र, बस्ती से डा0 अतुल कुमार सिंह, निदेशालय उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण से डा0 सर्वेश कुमार, संयुक्त निदेशक (उद्यान), श्री बी0पी0 राम, संयुक्त निदेशक खाद्य प्रसंस्करण, श्री वीरेन्द्र सिंह यादव, उप निदेशक उद्यान लखनऊ मण्डल लखनऊ डा0 राजीव कुमार वर्मा, मुख्य उद्यान विशेषज्ञ, औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्र, मलिहाबाद, औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्र, खुसरूबाग, प्रयागराज से डा0 कृष्ण मोहन चौधरी एवं अन्य विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी के साथ आम फलपट्टी क्षेत्र के बागवान भाई उपस्थित रहें। तकनीकी सत्र का शुभारम्भ करते हुये संयुक्त निदेशक उद्यान श्री वी0बी0 द्विवेदी ने केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, लखनऊ से पधारे प्रधान वैज्ञानिक डा0 राम अवध राम एवं डा0 पी0के0 शुक्ला का बुके देकर स्वागत किया गया।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ब्राह्मण वंशावली

मिर्च की फसल में पत्ती मरोड़ रोग व निदान

ब्रिटिश काल में भारत में किसानों की दशा