नौ सेकेंड में 3.5 मैट्रिक टन बारूद से धवस्त हुआ भ्रष्टाचार का प्राय ट्विन टावर

 
सुपरटेक ट्विन टावर रविवार की दोपहर ढाई बजे यानी 02:30 बजे (28 अगस्त) गिरा दिए गए। नोएडा सेक्टर-93ए में अवैध तरीके से बनाई गई बिल्डिंग विस्फोट के जरिए ध्वस्त हो गईं। इसे गिराने में 3500 किलो विस्फोटक का प्रयोग किया गया। इसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत की गई। आसपास के रिहायशी इलाकों को खाली कराया गया। भारी पुलिस बल तैनात किया गया,सुपरटेक ट्विन टावर गिर गए, अब एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसायटी के लोग घर वापस लौटेंगे। इन्हें शाम 4 बजे के बाद आने के लिए कहा गया है। दोनों सोसायटी के करीब 2700 फ्लैट में रहने वाले करीब 7000 लोग दूसरी जगह पर शिफ्ट हुए थे। नोएडा के सेक्टर-93ए में स्थित सुपरटेक ट्विन टावर ध्वस्त हो गए,ध्वस्तीकरण के दौरान आसपास धूल का गुबार हवा में हुड़ता हुआ दिखाई दिया। यह काफी देर तक हवा में रहा। इस दौरान इसे देखने के लिए एक्सक्लूशन जोन से दूर काफी लोग इकट्ठे हो गए थे।दोनों टावरों के पिलर में 9800 छेद किए गए, जिनमें 3500 किलो बारूद भरा था। 120 ग्राम से 365 ग्राम तक हर छेद में विस्फोटक लगाया गया।40 लोगों ने विस्फोटक लगाया और 10 विशेषज्ञों की ओर से पूरी प्रक्रिया में योगदान दिया।एपेक्स और सियान टावर में दो-दो विस्फोट हुए। सियान टावर में पहला विस्फोट, जबकि एपेक्स में दूसरा विस्फोट किया गया।




200 से 700 मिली सेकेंड के अंतराल में सभी तलों में विस्फोट हुआ। रिमोट के जरिये बटन दबाकर इमारत को जमींदोज किया गया।ट्विन टावर सिर्फ 9-12 सेकेंड में धूल में मिल गए। इनसे करीब 88000 टन मलबा निकलने की संभावना है। जिसे हटाने में 3 महीने का समय लग जाएगा।

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