लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम के लिए इन नम्बरों पर करें सम्पर्क
उत्तर प्रदेश में गोवंशीय पशुओं में लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम के लिए कन्टेनमेंट, उपचार, टीकाकरण एवं जन जागरूकता तथा साथ ही साथ प्रशिक्षण के सम्बन्ध में भी विस्तृत दिशा-निर्देश पशुधन विभाग एवं गृह विभाग द्वारा निर्गत कर दिये गये हैं। इसके अतिरिक्त जिलों में जिलाधिकारी की अगुवाई में मुख्य विकास अधिकारी एवं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को इस रोग की रोकथाम हेतु निर्देशित किया गया है। आवश्यक औषधियों, उपकरण, कन्ज्यूमेबिल एवं पशु आहार की भी समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। विशेषकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चिकित्सकों के साथ-साथ पैरावेट्स और गोसेवकों का भी विशेष प्रशिक्षण तत्काल प्रारम्भ किया जा रहा है। साथ ही प्रभावित जिलों में लम्पी स्किन डिजीज के लिए डेडीकेटेड गो चिकित्सा केन्द्र भी बनाने के निर्देश दिये गये हैं। पशुपालन निदेशालय में 24x7 कन्ट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है जिसका नंबर 18001805141 व 7880776657 है।
यह जानकारी आज यहां उ0प्र0 के पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव डा0 रजनीश दुबे ने दी। उन्होंने बताया कि पशुधन मंत्री श्री धर्मपाल सिंह के दिशा-निर्देशन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लम्पी स्किन डिजीज के गोवंश में दस्तक के साथ ही सरकार ने इससे निपटने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में अब तक इसकी सूचना मिली है। गोवंश के इस रोग को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही रोकने की रणनीति बनायी गयी है। प्रभावित क्षेत्रों एवं गो आश्रय स्थलों/गौशालाओं में समुचित साफ सफाई/स्वच्छता एवं प्रापर सेनीटाईजेशन हेतु पंचायतों एवं नगर निकायों को भी निर्देश प्रसारित किये गये है।
अपर मुख्य सचिव डा0 रजनीश दुबे ने बताया कि राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखण्ड, दिल्ली एवं मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश में गोवंश और महिषवंशीय पशुओं की आवाजाही पर बार्डर पर तत्काल रोक लगाई गयी है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में गोवंश तथा महिषवंश के सभी पशु पैंठ/पशु मेला आयोजित करने पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगाये जाने का निर्णय लिया गया है। इसी के साथ राजकीय तथा निजी एवं स्वयंसेवी संस्थाओं की गोशालाओं एवं निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों में बाहरी आगुन्तकों के आने पर रोक लगायी गयी है।
डा0 रजनीश दुबे ने बताया कि लम्पी स्किन डिजीज के रोकथाम हेतु मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर देश में वैक्सीन बनाने वाली 02 कंपनियों हैस्टर प्रा0 लि0, अहमदाबाद एवं इण्डियन इम्यूनोलॉजिकल लि0, हैदराबाद के माध्यम से 17.50 लाख डोज गोटपॉक्स वैक्सीन जो लम्पी स्किन डिजीज में प्रभावी है, तत्काल आकस्मिक क्रय कर प्रभावित जिलों में रिंग वैक्सीनेशन व हाई रिस्क जोन में लगायी जायेगी।
अपर मुख्य सचिव, पशुधन डा0 रजनीश दुबे ने बताया कि यह रोग गोवंश से मनुष्यों में नहीं फैलता परन्तु यह आवश्यक है कि बीमार गोवंश की देखरेख में लगे चिकित्सकों एवं गोसेवकों के द्वारा प्रोटोकाल का पालन किया जाय। उन्होंने प्रदेश के पश्चिमी हिस्से से मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश की तरफ गोवंश और महिषवंश के किसी भी प्रकार के प्रसार को रोके जाने एवं सभी निरोधक उपायों के लिए किसान भाईयों एवं व्यापारियों से अपील की है।