उत्तर प्रदेश में माता पिता के लिए बड़ी ख़बर

देश में पांच वर्ष तक के बच्चों की मृत्यु दर में यूपी में सर्वाधिक कमी दर्ज की गई है। बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के दम पर नमूना पंजीकरण प्रणाली (एसआरएस) सांख्यिकी रिपोर्ट-2020 में यूपी का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ है।एसआरएस रिपोर्ट 2019 के मुकाबले इस बार यूपी में काफी सुधार देखने को मिला है। देश में पांच वर्ष तक के बच्चों की मृत्यु दर में तीन अंक की कमी आई है तो यूपी में पांच अंक की गिरावट दर्ज की गई है। यही नहीं यूपी में एक साल से कम बच्चों की मृत्यु दर में तीन अंक की और 28 दिन तक के बच्चों की मृत्यु दर में दो अंक की कमी आई है। उधर प्रजनन दर में भी 0.2 प्रतिशत की कमी आई है। यानी जनसंख्या बढ़ने की रफ्तार कम हुई है। भारत के महापंजीयक द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार देश में वर्ष 2019 की एसआरएस रिपोर्ट के अनुसार पांच वर्ष तक के प्रति एक हजार बच्चों पर 35 बच्चों की मृत्यु हो रही थी और वर्ष 2020 की रिपोर्ट में यह प्रति एक हजार बच्चों पर घटकर 32 रह गई है। यानी मृत्यु दर में तीन अंक की कमी देखने को मिली। वहीं सर्वाधिक आबादी वाले राज्य यूपी में वर्ष 2019 की रिपोर्ट में पांच वर्ष तक के प्रति एक हजार बच्चों पर 48 बच्चों की मौत हो रही थी और अब वर्ष 2020 की एसआरएस रिपोर्ट में प्रति एक हजार बच्चों पर 43 बच्चों की मौत हो रही है। यानी पांच साल तक के बच्चों की मृत्यु दर में पांच अंक की गिरावट आई है।

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